अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा:असली नोटों की तरह दिखने वाली कागज की गड्डियों को असली बताकर धोखाधड़ी करने वाले डीके गिरोह का कोतवाली दनकौर पुलिस ने पर्दाफाश कर 3 ठगों को गिरफ्तार किया है.इनके कब्जे से 2,34,500 रुपये के 469 असली 500 रुपये के नोट व असली नोटों के साइज का कटे कागज की गड्डियां तथा अन्य उपकरण बरामद हुई है। इस गिरोह का सरगना प्रवेश कुमार सिंह उर्फ डी.के. है. जिसकी तलाश में पुलिस जुटी है. पुलिस गिरफ्त में खड़े विशाल चौहान, मोबिन खान और उपेंद्र सिंह को सलारपुर अंडरपास के नजदीक स्थित तिरंगा चौक के पास से चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे और निशानदेही पर 8 लोहे के बक्सों में भरे 500- 500 रूपये के कुल 469 असली नोट व असली की तरह दिखने वाले कागज की छपाई नोट नुमा बंडल व एक लैपटॉप, एक नोट गिनने की मशीन, एक नोट के बंडल बनाने की मशीन बरामद की है।
एडीसीपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वह कम्पनी और एनजीओ आदि संचालकों को ठगी का शिकार बनाते थे। एडीसीपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि ये एक संगठित गिरोह है। जिसे लखनऊ निवासी प्रवेश कुमार सिंह उर्फ डीके चलाता है। गिरोह का सरगना, प्रवेश उर्फ डीके छोटी-छोटी कंपनियां और एनजीओ को अपने झांसे में फंसा कर कंपनियों से एनजीओं में पैसा फंडिंग करने का आश्वासन देता था और कंपनी व एनजीओ से पूरी सहमति होने के बाद पकडे गये आरोपियों विशाल चौहान, मोबिन खान, उपेन्द्र सिंह और अन्य लोगों को अपनी कंपनी का मैनेजर बनाकर कंपनी एवं एनजीओ में भेजता था बरामद हुए इन्हीं पैसों को दिखाकर डील की जाती है। ये गिरोह सभी को लालच देता था, कि पूरा पैसा हम लोग फंडिंग करेंगे। लेकिन, इसके लिए पहले दस परसेंट पैसे देने होंगे और शर्त रखते हैं कि यदि आप कागजी कार्यवाही एक घंटे में पूर्ण नहीं करते हैं तो हम आपको आपके दस परसेंट पैसे वापस नहीं करेंगे। इस प्रकार तय हुई फंडिंग की रकम के दस परसेंट रकम वसूल कर ये लोग नकली पैसा देकर निकल जाते थे।
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