अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चण्डीगढ: फतेहाबाद जिले के पूर्व एसपी एवं वर्तमान में एडीजीपी हरियाणा तथा हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो श्रीकांत जाधव द्वारा वर्षों पहले जिले में नशे को जड़मूल से खत्म करने के लिए बनाई गई प्रयास संस्था की महत्वपूर्ण बैठक आज फतेहाबाद में आयोजित हुई। बैठक में एडीजीपी श्री कांत जाधव निजी कारणों से पहुंच नहीं पाए, जबकि डीएसपी फतेहाबाद दलजीत सिंह बैनीवाल एवं टोहाना डीएसपी बिरम सिंह ने इस अवसर पर शिरकत की। उनके साथ शहर थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार एवं सदर टोहाना प्रभारी यादविंद्र सिंह भी पहुंचे। यह जानकारी पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने दी।प्रवक्ता के अनुसार संस्था के महासचिव बृजभूषण मिढ़ा ने संस्था पदाधिकारियों के साथ बुके भेंट कर उनका स्वागत किया तथा मंच संचालन संयोजक धर्मेंद्र गोस्वामी ने किया। इस अवसर पर जिले ही नहीं अब हरियाणा भर में जिलावाइस नशे को खत्म करने के लिए प्रयास संस्था की ररूपरेेखा तैैयार करने पर विचार विमर्श किया गया। डीएसपी दलजीत सिंह एवं बिरम सिंह ने अपने संबोधन में संस्था की भूरि-भूरि प्रशंसा की। डीएसपी दलजीत सिंह ने कहा कि भारतीय सभ्यता में सदियों से नशे का कोर्ई स्थान नहीं था।
रामायण औैर महाभारत काल या अन्य धार्मिक ग्रंथों में कहीं भी नशा का कोई जिक्र नहंीं है। अंग्रेजों के राज के बाद देश में नशा पनपना शुरू हुआ। जिसने युवा पीढ़ी को पीछे धकेल दिया है। वहीं डीएसपी बिरम सिंह ने कहा कि जिला पुलिस द्वारा प्रयास संस्था कमेटी को नशे के खात्मे के लिए पूर्ण सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला की सीमाएं पंजाब के साथ लगती हैं और टोहाना व रतिया में नशे की गहरी जड़े हैं, इन्हें उखाडऩे के लिए सामाजिक संस्थाओं और समाज का सहयोग चाहिए। इस अवसर पर संस्था के महासचिव बृजभूषण मिढ़ा ने संस्था के बारे में बताया कि 1999 में जब आईपीएस श्रीकांत जाधव फतेहाबाद में एसपी थे, तब उनके नेतृत्व में जिले में नशे को खत्म करने के उद्ïदेश्य से प्रयास संस्था का गठन किया गया था, तब हर हफ्ते अलग-अलग गांवों में नशा मुक्ति कैंप का आयोजन किया जाता था, जहां नशे के शिकार लोगों को भर्ती कर 15 दिन तक दवाएं दी जाती थी और उनके इलाज का पूरा ध्यान रखा जाता था। नशा छोडऩे के बाद उनके निवास पर जाकर उन्हें सम्मानित कर प्रोत्साहित किया जाता था। उन्होंने बताया कि आईपीएस श्रीकांत जाधव जब तक जिले में एसपी रहे उन्होंने जिले को पूरी तरह नशा मुक्त कर दिया था।
उनकी जाबांजी से नशे का कारोबार करने वाले थर-थर कांपते थे। उन्होंने कहा कि एडीजीपी श्रीकांत जाधव अब चाहते हैं कि प्रदेश के हर जिले में फिर से संस्था गठित कर प्रदेश को नशामुक्त किया जाए। अब जल्द ही संस्था की कार्यकारिणी गठित कर इस अभियान को शुरू किया जाएगा। आज की मीटिंग करवाने में एडीजीपी श्रीकांत जाधव की टीम से सतबीर सिंह का अहम योगदान रहा। इस अवसर पर संजीव मेहता एडवोकेट, दीपक मेहता अलीका,राजकुमार चुघ,महेश कुमार सरपंच मढ़, राजन मेहतानी, सतीश प्रधान, वेदप्रकाश मढ़, ललित कुमार, पलविंद्र ङ्क्षसह हंसपुर, रणदीप सिंवर गिल्लांखेड़ा, अमरदीप सेनीवाल, तजिंद्र सिंह तूर, राणा जोहल, आरएसओ प्रधान विरेंद्र नारंग, भीष्म मेहता, दरियापुर हनुमान मंदिर प्रधान मनोज आनंद व पदाधिकारी, बिकर ङ्क्षसह हड़ोली, राजेंद्र खिची, ईश मेहता, मान ङ्क्षसह सिहाग, दीपेंद्र हैपी, सावन गांधी, सतपाल पंवार खाराखेड़ी सहित अनेक समाजसेवी मौजूद थे।