अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: ग्रीन फिल्ड कालोनी में बिल्डरों के द्वारा बनाए गए अवैध दुकानों,जिन लोगों ने सील गए फ्लैटों और दुकानों के सील तोड़ कर, ग्राहकों को धोखा देकर उन निर्माणों को बेच रहे हैं उन फ्लैटों पर भी इस महीने में डीटीपी इंफोर्स्मेंट का बुल्डोजर कभी भी चल सकता हैं। डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार की माने तो दो दर्जनों से अधिक फ्लैटों और बिल्डिंगों को अभी चिंहित किया गया हैं। इस बार उन निर्माणों पर भी उनकी नजर हैं, जिसे पहले भी तोडा गया हैं जो बिल्डरों ने बना कर बेचने के फिराक में हैं। फिर से उस निर्माणों को तोड़ने पर विचार किया जा चूका हैं। पिछले दिनों “अथर्व न्यूज़” ने जिन अवैध निर्माणों को खबर के साथ तस्बीरों को छाप कर बिल्डरों के करतूतों को बखूबी उजागर किया था.उन निर्माण कर्ताओं को चेक कराया जा चुका हैं और उसके बाद उन सभी निर्माणकर्ताओं को नोटिस दिए जा चुके और उन निर्माणों पर सख्त कार्रवाई करने की तैयारी हैं।
ग्रीन फिल्ड कालोनी के तक़रीबन बिल्डरों ने पिछले दिनों लोकसभा और विधानसभाओं चुनावों की आड़ में स्टील पार्किंग के साथ 4 मंजिलों तक फ्लैट बनाने का नक्शा पास करा कर अपना निर्माण कार्य शुरू कर दिया था। अब बिल्डरों ने पार्किंग के स्थान पर कानून को ठेंगा दिखा कर, अवैध रूप से बेसमेंट और दुकानें बना ली हैं। इस तरह के कई अवैध निर्माण की तस्बीर पिछले दिनों खबर में प्रकाशित की गई थी और आज की खबर में फिर से उस तस्बीरों को प्रकाशित की गई हैं.अथर्व न्यूज़ के खबर पर इन सभी निर्माणकर्ताओं को डीटीपी इंफोर्स्मेंट ने नोटिस पहले ही जारी कर चुकी हैं और इन बिल्डिंगों के अलावा तक़रीबन दो दर्जन से अधिक निर्माणों को चिंहित किया हैं। जिस में उन्होनें तोड़फोड़ और सीलिंग की सख्त कार्रवाई करने की प्लानिंग कर ली हैं।
इस महीने के अंत तक में डीटीपी इंफोर्स्मेंट द्वारा तोड़फोड़ की सख्त कार्रवाई की जा सकती हैं। बी-118,बी-469 जिसमें बीकानेर के मिष्ठान भंडार खुला हैं, के आगे बी – 474 व गेट नंबर-6 के पास सफ़ेद रंग की बिल्डिंग शामिल हैं। इन सभी बिल्डिंगों में पार्किंग के स्थान पर अवैध रूप से दुकानें बनाई गई हैं और एक में तो बीकानेर ने तो मिठाई की दूकान खोली हुई हैं। इस मामले में डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार का कहना हैं कि पिछले दिनों ग्रीन फिल्ड कालोनी में अवैध निर्माण करने वाले निर्माण कर्ताओं को नोटिस जारी किए जा चुके हैं,इसके अलावा 15-16 निर्माणों की पहचान की गई हैं जिन्होनें सील तोड़ कर अपना व्यवसाय चला रहे हैं,उन निर्माणों पर सीलिंग या तोड़ फोड़ की कार्रवाई की जाएगी। प्लाट नंबर -1968 ए पहले भी दो बार तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई थी, इस बिल्डिंग में फिर से अवैध निर्माण करने की खबर हैं। संभवता इस बिल्डिंग में फिर से तोड़फोड़ की कार्रवाई हो सकती हैं और जल्द ही कार्रवाई हो सकती हैं।