अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: झूठे मुकदमे में अपने सगे हवलदार भाई और भाभी को कानून के चंगुल में फंसाने के चक्कर में अब वह खुद कानून के जाल फंस गया है। असल में एक शख्स का अपने भाई, जोकि हरियाणा पुलिस में हवलदार हैं, से प्रॉपर्टी विवाद चल रहा है, और ये मामला अभी अदालत में विचाराधीन हैं, वावजूद इसके उसे कानून चंगुल में फंसाने के लिए एक सोची समझी योजना बनाई और योजनाबद्ध तरीके अपने एक दोस्त को तैयार किया जिसने अपने सिर में पहले तो चोट मार ली, और अपने दोस्त के हवलदार भाई और उसकी पत्नी के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दे दी, जांच में ये खुलासा हुआ कि शिकायतकर्ता ने झूठी शिकायत दी हैं। अब इसके खिलाफ पुलिस भारतीय दंड संहिता की धारा 182 के तहत कलंदरा भर कर अदालत में कानूनी कार्रवाई के लिए भेज दी हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपित का नाम चंद्रशेखर है जो बल्लभगढ़ सेक्टर- 76 एरिया का रहने वाला है और जितेंद्र का दोस्त है। जितेन्द्र मिर्जापुर का रहने वाला है। जितेंद्र का अपने भाई अशोक के साथ एक प्लॉट को लेकर प्रॉपर्टी विवाद चल रहा है जो अदालत में विचाराधीन है। जितेंद्र का भाई अशोक हरियाणा पुलिस में हवलदार है जो गुड़गांव में कार्यरत है। जितेंद्र ने अपने भाई अशोक और उसकी पत्नी को झूठे मुकदमे में फंसाने के लिए योजना बनाई जिसके तहत जितेंद्र ने अपने दोस्त आरोपित चंद्रशेखर को अपने घर बुलाया और उसके पश्चात गत 1 मई 2022 को जितेंद्र ने जानबूझकर अपने भाई हवलदार अशोक के साथ झगड़ा किया जिसमें आरोपित चंद्रशेखर ने बीच-बचाव करने का नाटक किया और इसी बीच बचाव के दौरान आरोपित ने जानबूझकर अपने सिर में चोट मार ली और हवलदार अशोक पर इल्जाम लगा दिया कि अशोक ने फावड़े से उसके सिर पर हमला किया था।
आरोपित का दोस्त जितेंद्र उसे लेकर अस्पताल गया और वहां पर उसकी मेडिकल रिपोर्ट करवाकर चंद्रशेखर ने अशोक के खिलाफ थाने में शिकायत दे दी। आरोपित ने बताया कि अशोक ने उसके सिर में फावड़ा मारा था तथा अशोक की पत्नी ने उसे धमकी दी थी कि यदि उसने पुलिस में शिकायत दी तो वह उस पर छेड़छाड़ का झूठा मुकदमा दर्ज करवा देगी। पुलिस जब इस मामले में जांच कर रही थी तो पुलिस द्वारा अशोक के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवाने का दबाव बनाने के लिए गत 9 मई को आरोपित जानबूझकर पुलिस आयुक्त कार्यालय में पुलिस आयुक्त के सामने पेश हो गया कि पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। पुलिस आयुक्त के निर्देशानुसार थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों को बैठाकर गहनता से पूछताछ की गई। पुलिस द्वारा की गई जांच में सामने आया कि आरोपित चंद्रशेखर को यह चोट अशोक ने नहीं मारी बल्कि उसने खुद अपने सिर में मारी थी ताकि अशोक को झूठे मुकदमे में फसाया जा सके। जांच के पश्चात पुलिस द्वारा आरोपित चंद्रशेखर तथा जितेंद्र के खिलाफ झूठी शिकायत देने का कलंदरा भरकर न्यायालय में पेश कर दिया गया है जिसके पश्चात अदालत के आदेशानुसार आरोपितों के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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