अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: ग्रीन फिल्ड कालोनी में कल शनिवार को हुई भारी बारिश के दौरान सूर्य ताल की दीवार टूटने के कारण ड्रेनेज का पानी ओवर फ्लो होकर दयाल नगर में रहने वाले लोगों के घरों में घुस गया। लोगों के घर बुरी तरह से डूब गए। इस ड्रैनेज के पानी का शिकार सिर्फ दयाल नगर ही नहीं हुआ,बल्कि ग्रीन फील्ड में कई लोगों के बिल्डिंग के बेसमेंट में भी पानी भर गया और अब भी कई बिल्डिंगों के चारों तरफ ड्रेनेज का पानी भरा हुआ हैं। अब लोगों को ये खतरा हैं कि लंबे वक़्त ये पानी जमा रहा तो, उनकी बिल्डिंग गिर सकती हैं।
और उनके परिवार के लोगों की जान की हानि हो सकती हैं। बताया गया हैं कि ये बड़ी लापरवाही अर्बन इम्प्रूवमेंट कंपनी की अधिकारियों की वजह से बड़ी घटना घटित हुई हैं। शुक्र हैं कि घटना दिन में घटित हुई, यदि देर रात को हुई होती तो और भी बड़ी घटना घट सकती थी। सबसे पहले “अथर्व न्यूज़” ने इस मामले में यूआईसी के चैयरमेन भारत भूषण, एस्टेट मैनेजर रमेश कुमार से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की,और उनका पक्ष जानने की कोशिश की,पर इन दोनों ने तो अपना फोन नहीं उठाया,इसके बाद महाप्रबंधक प्रवीण चौधरी से संपर्क किया गया पर उन्होनें अथर्व न्यूज़ का मोबाइल नंबर को ब्लॉक किया हुआ हैं,क्यूंकि इनसे पहले भी कई मामले में बातचीत करने की कोशिश की गई थी, तब भी उनसे फोन पर बातचीत नहीं हुई थी, इससे स्वंय आप अंदाजा लगा सकते हैं,कि ग्रीन फिल्ड कॉलोनी के लोगों और कालोनी की प्रति इन की मंशा क्या होगी। इस मामले में डीटीपी इंफोर्समेंट राजेंद्र टी शर्मा का कहना हैं कि ये घटना जो शनिवार को घटित हुई हैं, इस बारे में वह अर्बन इम्प्रूमेंट कंपनी के अधिकारियों को बुलाकर पूछेंगें और इसमें जो भी अधिका री व अन्य लोग दोषी होंगे,उनके खिलाफ विभाग कार्रवाई करेगा। इस संबंध में एनआईटी डीसीपी श्रीमती अंशु सिंगला का कहना हैं कि इस बारे में संबंधित विभाग के द्वारा जिन्हें दोषी ठहराया जाएगा, उसके खिलाफ मुकदमा जरूर दर्ज किया जाएगा। न्यू ग्रीन फील्ड आरडब्लूए की प्रधान सुनीता मलिक का कहना हैं कि उन्होनें यूआईसी के चेयरमैन भारत भूषण से कहा था कि एक तो ड्रैनेज सिस्टम को मजबूत करें और ड्रैनेज के पानी को थोड़ा-थोड़ा निकलने का रास्ता छोड़ दें पर उन्होनें उनकी बातों का ध्यान नहीं दिया और कल शनिवार को एक बड़ी घटना घट गई। इसका जिम्मेदार अब तो साफ तौर पर कंपनी हैं का जवाब कॉलोनी के लोगों को अब देना होगा।
खबर के मुताबिक ग्रीन फिल्ड कालोनी के ड्रैनेज का सारा पानी प्राकृतिक नाले के जरिए सूर्य ताल में जाकर एकत्रित होती थी,वहां से वह पानी बुढ़िया नाला के रास्ते आगे की तरफ चली जाती थी, पर कुछ महीने पूर्व में यूआईसी ने किसी के दबाव में आकर ग्रीन फिल्ड कॉलोनी की प्राकृतिक नाला में मिट्टी भर कर उसमें दो पार्क विकसित कर दिया। और बाकि बचे हुए नाला के हिस्सों में मिट्टी भर दिया। और उसमें चार दीवारी करने की कोशिश की गई,की शिकायत के बाद नगर निगम प्रशासन ने एक अर्थमूभर मशीन की सहायता से उस दीवार को तोड़ दिया था। इस मामले में ग्रीन फील्ड आरडब्लूए के प्रधान वीरेंद्र भड़ाना का कहना हैं कि जिस समय नाला में मिट्टी भरा जा रहा था, उस समय उन्होनें इसका काफी विरोध भी किया था पर कंपनी के लोग उन्हें एक बात नहीं सुनी, क्यूंकि वह किसी शख्स के दवाब में थे। इसके अतिरिक्त पारुल बाबा एडवोकेट का कहना हैं कि उन्होनें जब नाला के ऊपर मिटटी डालकर उसमें चार दीवारी किया जा रहा था उस वक़्त डीटीपी इंफोर्स्मेंट, नगर निगम प्रशसान के अतिरिक्त कई विभागों में शिकायतें की थी, जब कि नगर निगम ने एक अर्थमूभर मशीन की सहायता से नवनिर्मित दीवार को तोड़ भी दिया था, और डीटीपी इंफोर्स्मेंट के अधिकारी भी अपने तोड़फोड़ दस्ते को लेकर मौके पर पहुंची थी, कार्रवाई के लिए,उसने क्या कार्रवाई की इसकी जानकारी उनके पास नहीं हैं। उस दौरान उनकी की तरफ से फोन उनके पास जरूर आया था। फिर दबंगों के दबाव में मामला दब गया। परिणामस्वरूप ये हुआ की कल शनिवार को सूर्य ताल की दीवार टूट गई और ड्रैनेज का सारा का सारा पानी ग्रीन फील्ड कॉलोनी और दयाल नगर के मकानों में घुस गया और पूरा का पूरा का इलाका पानी-पानी हो गया। इसमें कई गाड़ियां डूब गई।
डा. असलम का कहना हैं कि उनकी बिल्डिंग के बेसमेंट में सूर्य ताल की दीवार टूटने के बाद ड्रेनेज का पानी पूर्ण रूप से भर गया था, पानी का बहाव काफी तेज था। एक बार तो ऐसा लगा की बाढ़ आ गई हैं। उनका कहना हैं कि उनके बिल्डिंग के बेसमेंट में ड्रैनेज का पानी आया था,उस वक़्त दोपहर के करीब साढ़े 12 बज रहे थे। ये पानी दयाल नगर के मकानों में घुस गया। वहां का काफी मकान पानी में डूब गया। उनका कहना हैं कि अगर देर रात के वक़्त तेज बहाव के साथ ये पानी आती तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। इतना ज्यादा था पानी का बहाव। इसके अतिरिक्त निखिल जैन का कहना हैं कि वह ग्रीन फील्ड में रहते हैं अभी उनके बिल्डिंग के दोनों तरफ लगभग 7-8 फुट तक पानी भरा हुआ हैं ,उनके अतिरिक्त दो और बिल्डिंगें हैं जिनके एक तरफ अभी भी ड्रैनेज का पानी भरा हुआ हैं, उन्हें डर हैं कि इस पानी की वजह से बिल्डिंग गिर ना जाए और कही इससे भी बड़ा हादसा न हो जाए। इस मामले में नगर निगम के एसडीओ जीत राम का कहना हैं कि ग्रीन फील्ड कालोनी एक प्राइवेट कॉलोनी हैं, और उसका नगर निगम से कोई लेना देना नहीं हैं। इसके अतिरिक्त ग्रीन फील्ड पुलिस चौकी के इंचार्ज विष्णु दत्त का कहना हैं कि अभी तक उनके पास कंपनी के खिलाफ कोई शिकायतें नहीं आई हैं। अगर कोई शिकायतें आएगी तो कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग के पास भेज दी जाएगी।
Related posts
4
1
vote
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments