अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन अजय यादव के रवैये से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में ही रोष व्याप्त है। अगर समय रहते कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर नहीं किया गया तो चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। गुरुग्राम के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी पर गुरुग्राम के कार्यकर्ताओं को अहमियत न देने का आरोप लगाया है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की गुरुग्राम में हुई जनसभा से कई पुराने कांग्रेस कार्यकर्ता गायब दिखे। इस बारे में जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व चेयरमैन कुलदीप कटारिया से बात की गई तो उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन अजय यादव के रवैये पर नाराजगी प्रकट की।
श्री कटारिया ने कहा कि वे पिछले अनेक वर्षों से कांग्रेस से जुड़े रहे हैं और उन्होंने हमेशा एक वफादार कार्यकर्ता की तरह कांग्रेस के लिए कार्य किया है। उन्होंने बताया कि वे हमेशा कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पित रहे हैं। पिछले दिनों जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुग्राम आए तो मेवात व गुरुग्राम से आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं व पूर्व विधायकों से पक्षपात पूर्ण व्यवहार किया गया। अहीरवाल के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जहां मंच पर अहमियत दी गई,वहीं गुरुग्राम और मेवात के कार्यकर्ताओं को मंच से दूर रखा गया। इसके लिए जारी एक विशेष पास भी अहीरवाल के लोगों को दिया गया। श्री कटारिया के अनुसार उन्हें किसी पद या आगे आने की कोई लालसा नहीं है और वे तो एक कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के लिए कार्य करते रहेंगे लेकिन एक व्यक्ति विशेष द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पक्षपात पूर्ण व्यवहार किया जाएगा, तो इसका नुकसान भी कांग्रेस को ही उठाना पड़ेगा।
श्री कटारिया के अनुसार राहुल गांधी की गुरुग्राम जनसभा से गुरुग्राम, मेवात और अहीरवाल में कांग्रेस पक्ष में जबरदस्त माहौल बन गया है। अब स्थानीय कांग्रेस प्रत्याशी को यह तय करना है कि वे इस जबरदस्त माहौल को कैसे वोट बैंक में बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में नुकसान से बचने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन अजय यादव को अपने व्यवहार में सुधार करना होगा और गुरुग्राम व मेवात के कार्यकर्ताओं को भी पूरा मान-सम्मान देना होगा। इसके बावजूद इस डर से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि अगर कांग्रेस प्रत्याशी ने अपने व्यवहार में सुधार नहीं किया तो कांग्रेस यह सीट हार भी सकती है और इसकी पूर्णतया जिम्मेदारी कांग्रेस प्रत्याशी की ही होगी।