अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पलवल:जिला मत्स्य अधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि जिला में अनुसूचित जाति वर्ग के परिवारों के कल्याणार्थ उनके सामाजिक स्तर को ऊंचा उठाने के लिए विभाग मत्स्य पालन योजना शुरू की गई है। योजना के तहत अनुसूचित जाति परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति से संबंधित व्यक्ति को 10 दिन का प्रशिक्षण दिया जाता है तथा प्रशिक्षण के दौरान 100 रुपये प्रतिदिन प्रशिक्षण भत्ता एवं 100 रुपये आने जाने का किराया दिया जाता है। पट्टे पर लिए गए तालाबों पर 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर अथवा 50 प्रतिशत वास्तविक पट्टा राशि का अनुदान दिया जाता है।
जिला मत्स्य अधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि अधिसूचित पानीयों में मछली पकडऩे के लिए ठेकेदारों को कुल बोली का 25 प्रतिशत अथवा 2 लाख रुपये की अधिकतम सीमा तक राशि प्रदान की जाएगी। मछली पकडऩे हेतु जाल की खरीद पर 7 हजार 500 रुपये अधिकतम राशि वित्तीय सहायता हेतु प्रदान की जाएगी। जिन गांव में अनुसूचित जाति की जनसंख्या 30 प्रतिशत है उन गांवों में तालाब सुधार व तालाब निर्माण पर विभाग द्वारा शत प्रतिशत अपने खर्चे पर काम कराए जाते हैं उस गांव का अनुसूचित जाति का व्यक्ति खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी के माध्यम से रेजोल्यूशन करवाकर विभाग को दे सकता है।