Athrav – Online News Portal
फरीदाबाद

मुख्यमंत्री जी ग्रीन फिल्ड कालोनी में खून पसीने की कमाई लूटने वाले बिल्डरों से ग्राहकों को बचाओं

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : ग्रीन फिल्ड कालोनी में बिल्डरों को राजनितिक संरक्षण मिलने के कारण उनके होसलें इतना ज्यादा बुलंद हैं.जिसका अंदाजा लगाना आमजनों के बस से कोसों दूर हैं,यहीँ कारण हैं कि वहां के बिल्डर एक नहीं, बल्कि दोनों हाथों से ग्राहकों को लुटे जा रहे हैं, जिसे रोकने की कोशिश जब भी सम्बंधित विभाग के अधिकारी करता हैं. तो बिल्डर लोग राजनितिक एंव सत्ता पक्ष के विधायक से अधिकारी को फोन करवा देते हैं और अपना उल्लू सीधा करने में बिल्डर लोग कामयाब हो जाते हैं। इस तरह से उनका लूट खसोट का कारोबार यूं ही चलता रहता हैं। ऐसा ही एक सनसनी खेज मामला सामने आया हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल को चाहिए की इस मामले में अवश्य दखल दे और अवैध निर्माण करने वाले बिल्डरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। इस बारे में अपने मंत्रियों एंव विधायकों को निर्देश दें. बिल्डर से जुड़े मसले पर सिफारिश करने के पहले उसे समझे फिर सिफारिश करे। क्यूंकि इस इलाके में जो लोग फ्लैट खरीदते हैं उनमें ज्यादात्तर लोग रिटायर्ड लोग ही खरीदते हैं। उनका 2 -4 लाख रुपया यह लोग धोखे से ऐंठ लेते हैं तो उन्हें बहुत ज्यादा दर्द होता होगा।

आपको बतादें कि पिछले दिनों डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार ने ग्रीन फिल्ड कालोनी के करीब 34 अवैध बिल्डरों को ओक्कोपेशन सर्टिफिकेट लेने के बाद अपने बिल्डिंगों में अवैध निर्माण करने पर एक के बाद एक दो नोटिस भेजे थे। इस खबर को “अथर्व न्यूज़” ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसके बाद अवैध निर्माण करने वाले बिल्डर लोग बोखलाहट गए और उन्हें पता चल गया कि अब उनकी अवैध बिल्डिंगों पर कभी भी सम्बंधित विभाग का बुल्डोजर चल सकता हैं और इसके बाद अपने ग्राहकों को क्या जवाब देंगे,जिनसे बड़ी -बड़ी बाते इन अवैध निर्माणों के बारे में बता चुकें हैं और उनसे लाखों रुपए ले चुके हैं। इससे घबरा कर तक़रीबन 25 बिल्डरों ने आमजनों के खून -पसीने की कमाई से लुटे गए रकम से ख़रीदे गए बड़ी -बड़ी गाड़ियों में सवार होकर एक महिला विधायक के निवास पर पहुंच गए और उस विधायक से तोड़फोड़ की कार्रवाई रोक वाने की सिफारिश करवा डाली । उस महिला विधायक ने फोन पर सम्बंधित अधिकारी से कहा कि चुनाव का समय हैं। अभी तो तोड़फोड़ कार्रवाई मत करों,शायद महिला विधायक ने यह कहना भूल गई हो होगी कि यह बिल्डर लोग लोगों को जितना लूटना चाहे उसे लूट लेने दो,चाहे वह कानून को जितना चाहे भी ठेंगा दिखाए, उन्हें दिखा लेने दो.चाहे वह लोग कानून को जितना चाहे अपने पैरों के नीचे रौंदना चाहे उन्हें रोंदने दें,ऐसे लोगों की सिफारिश करने से महिला विधायक को एक बार नहीं. सौ बार सोचना चाहिए। जो बिल्डर लोग उनके पास आए थे उनमें से एक बिल्डर के बारे में आपकों को बतादें कि एक प्लाट हैं 3461 हैं



जिसका नक्शा सिर्फ एक हैं पर उसमें 4 यूनिट बनाया जा रहा हैं.एक नक्शा के मुताबिक स्टील पार्किंग के साथ सिर्फ 4 फ्लैट बनाएं जा सकतें हैं पर सूत्र बताते हैं कि उसमें 4 फ्लैटों के बदले 16 फ्लैट बनाए जा रहे हैं। इसमें पानी के कनेक्शन भी अवैध होंगें। सीवर कनेक्शन भी अवैध होंगें. पर मामला यहीं नहीं ठहरता हैं जब इस बिल्डिंग के सभी फ्लैट बिक जाएंगे. तो पार्किंग में चूहा फ्लैट बना कर 24 -25 लाख में बेच खाएगा। सूत्र बतातें हैं कि इस बिल्डर का नाम तो उसे नहीं मालूम हैं पर जो भी बिल्डर हैं पर अपने ग्राहकों को लूटने का पूरा अनुभव हैं. इसने कई चूहा फ्लैट बनाए हुए हैं और बेचने का कार्य धड़ल्ले से चल रहा हैं। इस बारे में डीटीपी इन्फ़ोर्मेंट नरेश कुमार से बात चीत करने की कोशिश गई थी पर वह इस वक़्त छुट्टी पर हैं और वह सोमवार को डियूटी पर वापिस आ जाएंगे। इसके बाद बड़े पैमाने पर ग्रीन फिल्ड कालोनी में तोड़ फोड़ की कार्रवाई के आसार हैं। इस बीच ग्राहकों को चाहिए कि ग्रीन फिल्ड कालोनी में कोई फ्लैट न ख़रीदे, ना जाने कौन से बिल्डिंग में डीटीपी इंफोर्स्मेंट का बुल्डोजर चल जाए। अभी किसी को नहीं मालूम पर इन नंबरों पर डीटीपी इंफोर्स्मेंट अवश्य कार्रवाई करेगा। जिन बिल्डिंगों को नोटिस दिए हैं उनके नंबर इस प्रकार हैं :-3229 ,3008, 3009 , 1646, 1506 ,776 , 267 ,736 ,970 ,991 ,865 , 925 ,920 ,160 ,25 , 823 , 125 , 255, 772 ,774, 161 ,1025 ,1059 , 270 , 2028 ,861 ,862 , 868 , 1818 ,232 , 1082 , 773 , 162 व 155 हैं।

Related posts

फरीदाबाद ब्रेकिंग: “अब किसी को डांटना नहीं पड़ेगा आई लव यू’ और फांसी के फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली।

Ajit Sinha

कोरोना के इलाज की रेट लिस्ट न लगाने वाले निजी अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन हो केंसिल,उनके खिलाफ होगा केस दर्ज : मूलचंद शर्मा

Ajit Sinha

फरीदाबाद: महत्वाकांक्षा की पहली वर्षगांठ पर पर्यावरण को उपहार।

Ajit Sinha
error: Content is protected !!