नई दिल्ली :उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल के साथ संगम में डुबकी लगाई. योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को पहली बार लखनऊ से बाहर कुंभनगरी प्रयागराज में कैबिनेट बैठक की थी. इसके बाद योगी ने अपने पूरे कैबिनेट के साथ संगम में स्नान किया. इस दौरान उनके साथ अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि और अन्य साधु-संतों ने भी डुबकी लगाई. संगम में स्नान की फोटो उत्तर प्रदेश प्रशासन ने सोशल मीडिया पर शेयर किए जिसमें मुख्यमंत्री कैबिनेट के साथ नहाते हुए दिख रहे हैं. लेकिन सीएम के स्नान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने चुटकी ले ली.
शशि थरूर ने मंगलवार देर रात ट्वीट किया और लिखा, ‘गंगा भी स्वच्छ रखनी है और पाप भी यहीं धोने हैं. इस संगम में सब नंगे हैं. जय गंगा मैया की.शशि थरूर ने यह ट्वीट ऐसे समय किया है, जब यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा संगम में डुबकी लगाने के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगी. समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी कुछ दिन पहले ही संगम में डुबकी लगाई थी. हालांकि उन्होंने योगी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि संगम किनारे कैबिनेट लगाने से भी सरकार लोगों का भला नहीं करने वाली.बहरहाल, स्नान के बाद उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि इसे मैं जीवन का सौभाग्य मानता हूं. आज का दिन प्रयागराज के लिए ऐतिहासिक दिन है. उन्होंने बताया कि संगम में स्नान से पूर्व योगी पूरे कैबिनेट के साथ संगम किनारे ही स्थित विश्व प्रसिद्ध लेटे हुए हनुमान जी के दर्शन करने पहुंचे.
इसके बाद योगी ने अक्षयवट और सरस्वती कूप के भी दर्शन किए. मुख्यमंत्री ने दिव्य कुम्भ, भव्य कुम्भ सेल्फी प्वाइंट पर अपने मंत्रियों के साथ फोटो भी खिंचवाई.इससे पहले कैबिनेट में योगी सरकार ने कई बड़े फैसले किए. इसमें योगी सरकार ने मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस वे बनाने का ऐलान किया. 600 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस वे दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे होगा. गंगा एक्सप्रेसवे छह लेन का होगा. इसे तैयार करने में तकरीबन 36 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. वेस्ट यूपी के कई इलाके इस एक्सप्रेस वे से जुड़ जाएंगे. इससे पूर्वांचल जाना और आसान हो जाएगा. हालांकि अभी भी भारत में सबसे लंबा एक्सप्रेसवे यूपी में ही है. आगरा से लखनऊ के बीच करीब 302 किलोमीटर लंबा लखनऊ एक्सप्रेसवे है. गाजीपुर से लखनऊ के बीच 341 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे अभी प्रस्तावित है.