अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
राजधानी दिल्ली की तर्ज पर जब नोएडावासियों को अपना पहला एलिवेटेड रोड मिला था, तब दावा किया गया था की इससे जाम से निजात मिलेगी और वाहन फर्राटा भरते हुए अपने गंतव्य स्थानों तक जा सकेंगे। लेकिन इस एलिवेटेड रोड के लोकार्पण के 4 साल बीत जाने के बावजूद लोगों को जाम से छुटकारा नहीं मिल पाया है। रोड के एक्सपर्ट कहते हैं कि सड़क निर्माण में कुछ तकनीकी कमियां हैं जो जाम के कारण बन रही है। वही अधिकारियों का कहना है कि इंडस्ट्रियल एरिया होने और गाजियाबाद उधर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के वाहनों की संख्या अधिक हो जाती है, जिससे यह जाम लग रहा है। जाम के दौरान लोगों को ज्यादा दिक्कत न हो, इसके लिए पुलिस बल तैनात किया जाता है।
एलिवेटेड रोड पर सेक्टर 61 यूफ्लेक्स कंपनी के सामने एग्जिट लूप पर रेंग-रेंग कर के चल रहे हो वाहनों का यह नजारा आप हर दिन सुबह और शाम देख सकते हैं। यहां एलिवेटेड रोड से फेज-3 कोतवाली तक लंबा जाम लगता है। 4.8 किलोमीटर लंबी इस एलिवेटेड रोड पर बनाने में 415 करोड़ पर खर्च कर दिए गए थे और तब दावा किया गया था, कि दिल्ली की तरफ से आने वाले वाहन चालकों को सेक्टर 71 के बाद कहीं भी रुकने की जरूरत नहीं होगी, जबकि सेक्टर 71 से नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस जाने के लिए भी उन्हें कहीं नहीं रुकना पड़ेगा। लेकिन लोगों का अनुभव कुछ और ही कहता है, वे कहते हैं सुबह और शाम बस जाम की जाम यहां मिलता है जब इस रोड की शुरुआत हुई थी तभी कई रोड इंजीनियरिंग के एक्सपर्ट ने इसमें कई तकनीकी खामियां बताई थी और तब दावा किया गया था इन खामियों को जल्द ही दूर कर लिया जाएगा। लेकिन साल दर साल बीतते गए लेकिन जाम से लोगों को आज भी निजात नहीं मिल पाई है।
सेक्टर-58, 60, 61, 62 आदि आसपास के एरिया में कंपनियों की भरमार है। यहां दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, ग्रेटर नोएडा, बुलंदशहर आदि दूर-दराज क्षेत्रो से आए दिन नौकरी करने के लिए लोग आते है। साथ ही यूफ्लेक्स कंपनी के पास से एलिवेटेड रोड शुरू होता है। इसका रास्ते का यूज लोग दिल्ली , फरीदाबाद आने-जाने वाले लोग भी करते है। डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद शाह का कहना है कि सुबह-शाम जाम की स्थिति रहती है। जाम से निपटने के लिए यू-टर्न भी बंद किए गए है। पुलिस बल तैनात कर जाम से निजात दिलाने की कोशिश की जा रही है।