अरविंद उत्तम की रिपोर्ट
नॉएडा: नॉएडा के सेक्टर -24 स्थित ईएसआई अस्पताल में आज सुबह तक़रीबन 10 बजे आग लगने के कारण भगदड़ मच गई। इस घटना के बाद पूरे अस्पताल में धुंआ भर गया। इस आग की सूचना मिलते ही दमकल की छह गाड़ियां मौके पर पहुंच गई जिसने घंटों मशक्कत के बाद लगी आग पर काबू पाया गया। इस दौरान अस्पताल के कर्मचारियों ने वार्डों से सभी मरीजों को निकाल कर बाहर जमीन पर लेटा दिया और एक -एक करके सभी मरीजों को एम्बुलेंस में डाल कर दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया। आप स्वंय पूरी घटना क्रम का वीडियो इस खबर में देखिए।
जान बचाने के लिए अस्पताल में आए मरीजों को उस समय जान के लाले पड़ गए, जब अस्पताल में सुबह अचानक आग गई । जब आग अस्पताल के बेसमेंट में लगे इनवर्टर के शार्ट सर्किट से शुरू हुई और बेसमेंट में ही पडे जैविक कचरे के कारण तेजी से फैली और जहरीला धुआं पूरे अस्पताल को अपने चपेट में ले लिया.चपेट में आकर मरीजों को सांस की परेशानी हुई। आज अस्पताल में आपरेशन डे होने के कारण बड़ी संख्या में मरीज आए थे। उन मरीजों को अस्पताल से निकालकर आस पास के हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया। जहरीला धुआं चपेट में अस्पताल की एक नर्सिंग असिस्टेंट भी आ गई, जबकि अस्पताल के निर्देशक निरीक्षण के दौरान फिसल गए उन्हे भी चोट आई है। उनका भी इलाज किया जा रहा है। नोएडा के एफ़एसओ के सरकारी काम से बाहर रहने के कारण गाजियाबाद के एफ़एसओ की देखरेख में आग बुझाने का काम किया जा रहा है।
अस्पताल में पानी नहीं होने और फायर फायटिंग एक्यूपमेंट के कम नहीं करने के बारे उनका कहना था की ये जांच के बताया जाएगा। अभी बेसमेंट और फर्स्ट फ्लोर पर भरे धुआं को निकालने का काम किया जा रहा है। दस एकड़ जमीन पर 160 करोड़ रुपये की लागत से 300 बेड का मॉडल अस्पताल नोएडा में तैयार किया था तो उम्मीद की गई थी कि एनसीआर में काम करने वाले मजदूरो को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकेगी । 27 मई 2011 को केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सचिव प्रभात चंद चतुर्वेदी ने इसका लोकार्पण किया था। उन्होंने अस्पताल की नई बिल्डिंग में कार्ड धारकों को बेस्ट इलाज सुविधा मिलने का दावा किया था। लेकिन करोडो खर्च करने बाद ये दावे कितने खोखले साबित हुए है। ये आग की घटना से साबित हो गया है। जिसका खामियाजा मरीजो को भुगतना पड रहा है।