अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की पूर्वी रेंज-I, अपराध शाखा ने लुटेरों के गिरोह का पर्दाफाश किया है इस गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं, जिनके नाम मंगल, उम्र 19 वर्ष, निवासी रेलवे कॉलोनी, मंडावली, दिल्ली और एक नाबालिग, निवासी मंडावली है। इनकी गिरफ़्तारी से एफआईआर नंबर – 81/2023, भारतीय दंड संहिता की धारा 394/34 थाना विवेक विहार, दिल्ली को सुलझाया गया है।
विशेष डीसीपी क्राइम रविंद्र सिंह यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता ने बताया कि गत 9 मई 2023 को रात 9 बजे वह अपने घर पर थी, इसी दौरान तीन व्यक्ति जिनके मुंह ढके हुए थे उसके घर में जबरन घुस गए। तीनों में से एक ने उसे कमरे में धकेल दिया,जबकि दूसरे ने उसका गला दबा लिया और तीसरा व्यक्ति घर की तलाशी लेने लगा। फिर उन्होंने महिला के हाथ और मुंह बांध दिए और सोने के आभूषण, 84,000 रुपये की नकदी सहित कीमती सामान लूट लिया। तदनुसार, प्रथिमिकी संख्या 181/2023, भारतीय दंड संहिता की धारा 394/34 , थाना विवेक विहार, दिल्ली दर्ज की गई । यादव का कहना हैं कि उपरोक्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए उपायुक्त सतीश कुमार और सयुंक्त आयुक्त एस.डी.मिश्रा ने सहायक आयुक्त रोहताश कुमार की देखरेख में एक टीम का गठन किया जिसका नेतृत्व निरीक्षक लिछमन कर रहे थे। जिसमे उप निरीक्षक हबीब खान, सहायक उप निरीक्षक महेंद्र, प्रधान .सिपाही सोहित, सिपाही मेहताब,सिपाही महा सिंह, .सिपाही, सिपाही अनिल व सिपाही दीपक शामिल थे.टीम ने जांच शुरू की व क्षेत्र में लगे कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का गहन विश्लेषण किया। विश्लेषण के दौरान, एक फुटेज रिकॉर्ड सामने आई जिसमें तीन व्यक्तियों को पीड़िता के परिसर के पास सड़क पर दौड़ते देखा गया। संदिग्धों की तस्वीरें निकाल कर गुप्त मुखबिरों में वितरित की गईं। इसके अलावा मोबाइल कंपनीयो से डंप डाटा लेकर उसका विस्तार-पूर्वक विश्लेषण किया गया व संदिग्धों के ठिकाने का पता लगा लिया गया और उनकी पहचान कर ली गई है। टीम मुखबिरों के माध्यम से इन संदिग्धों के ठिकाने पर नजर रखे हुए थी। एक जाल बिछाया गया व 02 लुटेरों, मंगल और एक नाबालिग को उनके निवास स्थान से गिरफ्तार कर लिया गया। तीसरा आरोपी टिंकू अभी फरार है। गिरफ्तार नाबालिग, आरोपी मंगल का छोटा भाई है।इस बात का खुलासा बेहद चिंताजनक है कि पीड़ित का बेटा सचिन ही इस लूट का मास्टरमाइंड है। वह ड्रग एडिक्ट है और वह आरोपी टिंकू को पहले से जानता है और टिंकू भी एक ड्रग एडिक्ट है। सचिन और टिंकू दोनों ने आपसी सहमति से लूट की साजिश रची थी। सचिन ने टिंकू को उसके घर में रखे कीमती सामान के सही ठिकाने की जानकारी दी थी ।
आरोपी मंगल की पिछली अपराधिक संलिप्तता
1.ई-प्राथमिकी संख्या 118/22, धारा 379/356/411/34 आईपीसी, थाना प्रीत विहार, दिल्ली।
2.ई-प्राथमिकी संख्या 88/22, धारा 379 आईपीसी, थाना प्रीत विहार, दिल्ली।
3.ई-प्राथमिकी संख्या 99/22, धारा 380/457 आईपीसी, थान प्रीत विहार, दिल्ली।
4.ई-प्राथमिकी संख्या 192/22, धारा 380 आईपीसी, थाना प्रीत विहार, दिल्ली।
5.ई-प्राथमिकी संख्या 230/22, धारा 380/457 आईपीसी, थाना प्रीत विहार, दिल्ली।
6.ई-प्राथमिकी संख्या 193/22 धारा 380 आईपीसी, थाना प्रीत विहार, दिल्ली।
आरोपी की प्रोफाइल
मंगल, उम्र 19 वर्ष, निवासी रेलवे कॉलोनी, मंडावली, दिल्ली, पांचवीं कक्षा तक पढ़ा है। उसने 12 साल की उम्र में ड्रग्स लेना शुरू कर दिया था। नशे की इच्छा पूरी करने के लिए उसने अपराध करना शुरू कर दिया।