अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में चल रहे फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर बिसरख कोतवाली पुलिस ने 32 लड़कों को गिरफ्तार किया है,जबकि मालिक समेत 20 लोग अभी फरार हैं। पुलिस ने मौके से 55 कंप्यूटर, दो लैपटॉप, 32 मोबाइल, 20 हेड फोन आदि सामान बरामद किए है। पकड़े गए आरोपी अमेरिका, जर्मनी, न्यूजीलैंड सहित कई अन्य देशों में रहने वाले विदेशी नागरिकों को कॉल कर कंप्यूटर से वायरस व बग निकालने का झांसा देकर ठगते थे।
पुलिस गिरफ्त खड़े 32 लड़कों और बरामद समान को बिसरख कोतवाली पुलिस ने टेकजोन फोर में छापेमारी कर वहाँ चल रहें फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर से जब्त किया है। एडीसीपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि बिसरख कोतवाली प्रभारी को सूचना मिली थी कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में चेरी काउंटी सोसाइटी के पीछे रात में कुछ लड़के आते हैं और सुबह होने से पहले लौट जाते हैं। पड़ताल करने पर पता चला कि अर्था स्पेशल इकोनॉमी जोन में फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है। पुलिस ने छापेमारी करके सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।एडीसीपी ने बताया कि कॉल सेंटर मालिक का सीधा संपर्क एक हैकर से है। हैकर सोशल मीडिया पर सक्रिय विदेशियों को लुभावने मैसेज, पोस्ट आदि के जरिये लिंक क्लिक करने पर विवश करते थे।
जैसे ही कोई हैकर की वेबसाइट या लिंक खोलता था तो वह उसके कंप्यूटर या लैपटॉप सिस्टम में कुछ इस तरह की सेटिंग कर देता था कि वह काम नहीं करे। अंकुर अग्रवाल ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि एक साल से कॉल सेंटर चल रहा है। जब अमेरिका में दिन निकलता है और देश में रात होती है तो आरोपियों की ड्यूटी शुरू होती थी। आरोपी एक विदेशी नागरिक से तीन सौ से चार सौ डॉलर तक की वसूली करते थे। पकड़े गए आरोपियों में कॉल सेंटर का मैनेजर जहांगीरपुरी दिल्ली निवासी परविंद्र पाल सिंह शामिल है, लेकिन मालिक व लगभग 20 आरोपी फरार हैं। वहीं, हैकर विदेशी या फिर देश का है, इसकी जानकारी अभी पुलिस के पास नहीं है।
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