अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: एनआईटी साइबर सेल की टीम ने आज एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसने स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के नाम लगभग साढ़े आठ रूपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया हैं। इस गिरोह के 7 आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं। इन आरोपितों में सीए , एक बेंकर व एक पूर्व बैंक मैनेजर हैं। इनके कब्जे पुलिस ने 22500 रुपए, 4 मोबाइल फोन, 7 चेक बुक तथा 3 डेबिट कार्ड बरामद किया है। ये आरोपितचीन के रहने वाले किसी साइबर ठग से इंस्टाग्राम पर संपर्क में थे और उसे फर्जी खाते उपलब्ध करवाते थे।
एसीपी साइबर अभिमन्यु गोयत ने आज पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपितों में अमित, सुनील उर्फ राजू, मयंक, सागर, कृष्णा वीर, नीरज कुमार तथा अर्जुन का नाम शामिल है। आरोपित अमित, सुनील, मयंक, सागर व कृष्णावीर, उत्तर प्रदेश तथा नीरज, नई दिल्ली व अर्जुन, पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। मयंक एचडीएफसी बैंक में मैनेजर की नौकरी करता था। वहीं कृष्णावीर इंडसइंड बैंक में रिलेशनशिप मैनेजर के तौर पर तैनात है। दिनांक 23 जनवरी को साइबर थाना एनआईटी में एक धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें आरोपितों ने फरीदाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के नाम पर 8.54 लाख रुपए की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया था। आजकल के आधुनिक युग में कोई भी व्यक्ति घर बैठे ऑनलाइन काम करके पैसा कमाना चाहता हैं लेकिन कुछ साइबर अपराधी इसका फायदा उठाकर साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। इसके लिए साइबर अपराधी फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मौजूद लोगों को ग्रुप में जोड़कर पैसे कमाने का लालच देते हैं और आम आदमी मोटी कमाई के लालच में आकर उनकी बातें मानने लगता है। इसी तरह आरोपितों ने फरीदाबाद के रहने वाले व्यक्ति के साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित की शिकायत पर थाने में मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच के लिए थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अमित के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया जिसमें पीएसआई अर्जुन, सहायक उप निरीक्षक भूपेंद्र, मुख्य सिपाही नरबीर सिंह, संजय गौतम, सिपाही सवित तथा दीपेंद्र ने मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए तथ्यों के आधार पर 29 फरवरी को दिल्ली- एनसीआर एरिया से आरोपित अमित, नीरज, मयंक तथा सागर को गिरफ्तार कर लिया। इसके पश्चात उनकी जानकारी के आधार पर आरोपित अर्जुन, सुनील तथा कृष्णवीर को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपितों को अदालत में पेश करके 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया जिसमें पुलिस रिमांड के दौरान सामने आया कि मामले के मुख्य आरोपित अमित तथा सुनील हैं जो चीन के किसी मेक नाम के व्यक्ति के साथ टेलीग्राम पर संपर्क में थे। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपित शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए एक असली कंपनी की वेबसाइट जैसी ही एक फर्जी वेबसाइट बनाकर उसमें ट्रेडिंग करवाते थे तथा जब उसे वेबसाइट में वह व्यक्ति अच्छा खासा पैसा जोड़ देता था तो वह पैसा अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते थे। आरोपित फर्जी सिम कार्ड तथा आरोपितों में शामिल बैंक कर्मचारी इन्हें फर्जी खाते उपलब्ध करवाते थे। आरोपितों के कब्जे से 22500 रुपए, 4 मोबाइल फोन, 7 चेक बुक तथा 3 डेबिट कार्ड बरामद किए गए हैं। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात सभी आरोपितों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।
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