अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद एनआईटी थाना प्रबंधक व इंस्पेक्टर सुनीता की टीम ने आज फेसबुक के माध्यम से दोस्ती कर ठगी करने वाले 2 आरोपितों को अरेस्ट किया हैं। अरेस्ट आरोपित के नाम पॉलिनस ओकेके नाइजीरिया देश का रहने वाला है तथा महिला दीपा दिल्ली के संतगढ़ तिलक नगर की रहने वाली है। नाइजीरिया के रहने वाले आरोपित पॉलिनस ओकेके आरोपित महिला के पड़ोस में किराए पर रहता है।
पुलिस प्रवक्ता जानकारी देते हुए बताया कि सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर फेसबुक काफी हद तक आम जनों को आपस में जोड़ने में सफल रही है। नागरिकों की इस प्रकार की कनेक्टिविटी से अनेकों फायदे होते हैं जहां आमजन एक दूसरे से संपर्क करके अपने विचारों को पूरी दुनिया में फैला सकते हैं परंतु यदि इसका गलत इस्तेमाल हो जाए तो उससे बहुत लोगों को आर्थिक चपत भी लग सकती है। कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोग फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का गलत फायदा उठाकर उसमें टारगेट को लुभाने के लिए महिला के नाम से फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर लोगों के साथ दोस्ती करते हैं, ताकि उनसे पैसे ऐंठ सके। इसी प्रकार की साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एनआईटी थाना फरीदाबाद की टीम ने 1 विदेशी नागरिकों और एक महिला को अरेस्ट किया है। आरोपित बहुत ही शातिर किस्म के अपराधी हैं। आरोपित साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक का प्रयोग करते थे।
थाना एनआईटी में बल्लभगढ़ की विजय नगर के रहने वाली व्यक्ति ने साइबर फ्रॉड के संबंध में शिकायत दी जो एनआईटी 5 नंबर में किसी ऑफिस में काम करता है।शिकायत कर्ता ने बताया कि उसकी किसी जेनी पिलिप नाम की लड़की से बातचीत होती थी। इसके बाद में व्हाट्सएप पर भी बात होने लगी व्हाट्सएप पर कॉल भी आती थी। जो अपने आप को लंदन में रहने वाली बताती थी। जिसका एक दिन फोन आया कि वह इंडिया आना चाहती है। वह पहले मुंबई एयरपोर्ट पर आएगी फिर मुंबई से दिल्ली की फ्लाइट लेकर दिल्ली आएगी। जिसने मुंबई एयरपोर्ट पर आने वाली फ्लाइट की टिकट शिकायतकर्ता के व्हाट्सएप नंबर पर भेज दी।
जिसने मुंबई एयरपोर्ट पर आने की बात कही और किसी एयरपोर्ट ऑफिसर से बात कराई की उसने ₹20000 जमा करा दिए हैं। बाकी के ₹65500 एक अकाउंट नंबर दिया जिसमें पैसे भेजने की बात कही। जिसपर शिकायत कर्ता ने ₹65500 बताए हुए खाते में भेज दिए। लेकिन फिर से जेनी पिलिप नाम की लड़की का फोन आया और ₹95500 देने की बात कही जो शिकायतकर्ता ने पैसे देने से मना कर दिया। जिसकी शिकायत पीड़ित ने थाना एनआईटी में दी जिस पर मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश सब इंस्पेक्टर अमरजीत की टीम ने की। दोनों आरोपितों को थाना एनआईटी की टीम ने अपने सूत्रों से प्राप्त सूचना के आधार पर दिल्ली के खानपुर एक्सटेंशन से अरेस्ट किया है। आरोपितों से दो मोबाइल फोन एक यूके की सिम वह दो अन्य सिम के साथ ₹21000 नकद बरामद किए गए हैं। थाना एनआईटी की पुलिस टीम की जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपितों के फर्जी खातों में पिछले 1 महीने में करीब 8 लाख रुपए का लेनदेन पाया गया है। थाना एनआईटी की टीम ने साइबर ठगी का भंडाफोड़ करने में बहुत ही बेहतरीन कार्य किया है। साथ ही आमजन से अपील है कि किसी भी तरह के लालच के बहकावे में ना आए किसी भी अनजान को अपनी डिटेल शेयर ना करें। साइबर ठगी होने पर 1930 पर कॉल करें।
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