अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : चंडीगढ़ के पंचकूला में आज सीबीआई हाईकोर्ट द्वारा संत राम रहीम इंसा को रेप के दोषी करार दिए जाने के बाद चार राज्यों में जो हिंसा भड़की हैं उसमें सीधा कहा जा सकता हैं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर के ढीलापन की वजह से घटित हुई हैं। क्यूंकि इनके कई मंत्री संत राम रहीम इंसा के साथ अपना फोटो खिंचवाना व चरण स्पर्श करना सौभाग्य समझतें हैं।
atharv news के पास बीते 9 अगस्त को हरियाणा के उद्योग मंत्री एंव पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने संत राम रहीम इंसा के आश्रम में जाकर उनके साथ पौधारोपण करते हुए संत राम रहीम इंसा के साथ अपना तस्बीर खिचवां कर अपना फोटों सोशल मीडिया पर वायरल एंव पत्रकारों को प्रेस रिलीज को मेल किया था। इसी प्रकार एक वीडियो और प्राप्त हुई जो हरियाणा पंजाब केसरी का वीडियो हैं जिसमें संत राम रहीम इंसा के आगे हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा नस्त मस्तक होते हुए नजर आ रहे हैं और उन्हें खेल के लिए किए जा रहे निर्माण कार्य के लिए 51 लाख रूपए अपने निजी कोष से देने की घोषणा करते हुए नजर रहे हैं।
ऐसे में आप स्वंय समझ सकतें हैं कि यह जो हालात आज बिगड़े हैं उसमें साफ़ नजर आ रहा हैं सरकार का ढीलापन। हाईकोर्ट सख्त ना होता तो आज संत राम रहीम इंसा को दोषी करार देना और उसे जेल तक पहुंचना काफी मुश्किल था। वैसे भी हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की जो सरकार बनी हैं उसमें संत राम रहीम इंसा का बड़ा सहयोग हैं। ऐसे में शासन व प्रशासन के लोग इनके खिलाफ कैसे सख्ती बरतता। बाबा संत राम रहीम इंसा पर रेप व हत्या का मुकदमा सीबीआई अदालत में चल रहा हैं। वावजूद इसके भाजपा के मंत्रियों को सिरसा आश्रम में जाना और उनके सामने नस्त मस्तक होना, आमजनों कितना जाएदा असर पड़ता हैं यह आप लोग स्वंय समझ सकतें हैं। ऐसे में जरुरत हैं इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की।