अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : केंद्र सरकार द्वारा जारी स्मार्ट सिटी के लिस्ट में जब फरीदाबाद का नाम आया था उस वक़्त प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर,उद्योग मंत्री विपुल गोयल सहित भाजपा विधायकों ने इस उपलब्धि की वाह वाही लोगों से ली थी जैसे की फरीदाबाद स्मार्ट सिटी बन ही गया हो, जबकि अभी तक ऐसा कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा हैं अगर कुछ दिखाई दे रहा हैं जो दिखाई दे रहा हैं वह हैं अवैध निर्माण जोकि शहर का नक्सा बिगाड़ने में बेहतरीन रोल अदा कर रहा हैं। फ़िलहाल जो तस्बीर इस खबर के साथ लगाईं गई हैं वह हैं ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम क्षेत्र की। इस मामले में संयुक्त आयुक्त सतवीर मान का कहना हैं कि सम्बंधित एसडीओ को मौके को देखने हेतु जल्द ही भेजा जाएगा। इसके बाद ही इसके आगे की कार्रवाई की जाएंगी।
ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम क्षेत्र के गोपी कालोनी चौक के मोर पर जोकि प्लाई वूड की दुकान के साथ में एक बड़ा दुकान बन चुका हैं इस वक़्त इसके ऊपरी मंजिल पर दुकाने बनाने का कार्य चल रहा हैं के बाद इसके सामने टीन के परदे के पीछे खबर हैं कि अवैध रूप से बेसमेंट खोद कर बड़ी सी दुकान बनाई जा रहीं हैं इसके तक़रीबन 100 मीटर आगे अग्रसेन चौक के पास दो बेसमेंट व इसके ऊपर दो दुकानें से बनाई जा रही हैं। अवैध निर्माणों का सिलसिला यही नहीं थमा हैं इसके आगे आप तेल मिल के पीछे एक गली में बड़ी सी दो बेसमेंट,इसके ऊपर दो दुकानें तेजी से तैयार की जा रही हैं, इसके अलावा ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम कार्यालय के सामने मार्किट में आगे से तीन का चादर हैं, इसके दो रास्ते हैं दोनों ही रास्ते दिन में बंद रहते हैं में तेजी से अवैध निर्माण कार्य चल रहा हैं खबर हैं इन जगहों पर एक मार्किट तैयार किए जा रहे हैं जिसमें कई दुकानें हैं।
एक शख्स ने जानकारी देते हुए बताया कि खेड़ी चौक से पलवली गांव की तरफ जाने वाले रास्ते में एक बड़ी सी मार्किट अवैध रूप से तैयार किए जा रहे हैं। हैरानी इस बात की हैं कि जहां पर यह अवैध निर्माण तैयार किए जा रहे हैं वह सभी के सभी जगह सड़क के किनारे हैं इस जगहों पर पार्किंग की जगह बिल्कुल नहीं हैं अगर यह अवैध निर्माण होने के बाद कारोबार शुरू हो जाता हैं तो वहां पर रोड जाम होना निश्चित हैं और हमेशा के लिए जाम की स्थिति बन जाएगी जो आगे पुलिस को भुगतना पड़ेगा। इस परिणाम से सिर्फ पुलिस को नहीं, आमजनों को भी भुगतना पड़ेगा क्यूंकि जरुरत के वक़्त उस रास्ते से न तो दमकल व एम्बुलेंस की गाड़ियों का निकला भी मुश्किल हो जाएगा। एक – दो अवैध निर्माणकर्ताओं से बातचीत की गई तो उन लोगों का कहना हैं कि वह पुरानी दुकानों को तोड़ कर नई बना और यहीं बात संभवता निगम अधिकारीयों को धोखा देकर सिफारिश करवा ली होगी पर निर्माणकर्ताओं ने निगम निगम अधिकारीयों से यह नहीं कहा होगा की एक छोटी सी दुकान के बदले वह चार दुकानों को बना लिए हैं। लोगों का कहना हैं कि इन अवैध निर्माणों के एवज में सिफारिश के साथ -साथ लेनदेन संभव हैं। उनका कहना हैं कि इसके अलावा भी कई स्थानों पर अवैध निर्माणों का कार्य चल रहे हैं पर यह देखना नगर निगम का काम हैं जो नहीं देख रहा हैं। atharv news ने इन सभी अवैध निर्माणों की जानकारी ओल्ड नगर निगम के संयुक्त आयुक्त सतवीर मान को विस्तार पूर्वक दे दी हैं इस मसले पर उनका कहना हैं कि इन अवैध निर्माणों को देखने हेतु सम्बंधित एसडीओ को बोल दिया गया हैं, इस जांच में जो रिपोर्ट उनके समक्ष आएगा इसके बाद वह इसके आगे की कार्रवाई की जाएगी पर आमजनों को कतई विश्वास नहीं हैं कि इन अवैध निर्माणों को रोकने व तोड़ने की दिशा में नगर निगम कोई कार्रवाई करेगा।