अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद द्वारा विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस के उपलक्ष्य में आज पोस्टर मेकिंग और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं तथा विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रहे रूड़की इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, शामली में निदेशक (अनुसंधान एवं विकास) डॉ. एच. एन. दत्ता ने पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु बदलाव पर अपना विशेषज्ञ व्याख्यान प्रस्तुत किया। इस अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता में पोस्टर मेकिंग में पहला पुरस्कार अंशिका व नवीन, दूसरा रितु व शिवानी शर्मा तथा तीसरा गरिमा व प्रीति राघव ने हासिल किया। इसी प्रकार, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भाव्या तथा विकास ने पहला पुरस्कार प्राप्त किया। विजेताओं को कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन पर्यावरण विज्ञान की सहायक प्रोफेसर डॉ रेणुका गुप्ता की देखरेख में किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण और औद्योगिकीकरण के परिणाम स्वरूप वायुमंडल में कुछ ऐसे रसायनों की मात्रा बढ़ गई है, जिसके दुष्प्रभाव से ओजोन परत को खतरा उत्पन्न हो रहा है। पर्यावरण को बनाये रखने तथा ओजोन के संरक्षण के लिए जरूरी है कि हम अभी से जरूरी कदम उठाये। इसके लिए ओजोन मैत्री इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग बढ़ावा देने तथा प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करने पर बल देना होगा। इसके अलावा, रोशनी, हवा और ऊर्जा के लिए प्राकृतिक स्रोत्रों का उपयोग अधिक से अधिक किया जाये। इससे पूर्व कुलसचिव डॉ. एस. के. शर्मा ने विद्यार्थियों की पोस्टर प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें अपने दैनिक जीवन तथा औद्योगिक गतिविधियों से कार्बन अपशिष्टों की मात्रा को कम करना होगा। इसके लिए हमें अपनी आदतों में बदलाव की जरूरत है।