अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: पुलिस कमिश्नर ओ पी सिंह ने आज अपने कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित एक बैठक में कहा कि सभी थाना प्रबंधक लोभ -लालच और भय से बचें और हमेशा ध्यान रखें कि मुफ्त की चीज बहुत महंगी पड़ती हैं। अच्छे लोगों से सरोकार रखें और बदमाशों पर सख्त निगरानी रख उन्हें हवालात में भेजें। इस आयोजित बैठक में सभी जॉन के डीसीपी,एसीपी व सभी थाना प्रभारी मौजूद थे। पुलिस कमिश्नर ओ पी सिंह कहा कि थाने व चौकियों में आए पीड़ितों की पहले पूरी बात सुनें, फिर आरोपितों खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।
अगर कोई अपराधी किस्म का अपराधी हैं तो उसके खिलाफ कानूनी दायरे में रह कर ही कार्रवाई करें। अपने अपने थाना -चौकी क्षेत्रों में चोरी की घटना को रोकने की दिशा में अवश्य कदम उठाए। उनका कहना हैं कि अपने थाना -चौकियों को साफ़-सफाई रखें और अपना चरित्र भी साफ़ सुथरा रखें। पुलिस द्वारा किए गए कार्यों से पता चलता हैं कि वह कितना सक्रीय हैं। साथ में उन्होनें कहा कि पुलिस अधिकारी की छवि अच्छी होनी चाहिए और कार्य में पूरी तरह निपूर्ण होना चाहिए। किसी भी परिस्थिति में मुसीबत का डटकर सामना करना चाहिए। उनका कहना हैं कि प्रत्येक थाना प्रभारी अपने इलाके का जिम्मेदार अधिकारी होता हैं। उन्हें अपने थाना क्षेत्रों अलावा फरीदाबाद कुख्यात गैंगेस्टर बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। फरीदाबाद पुलिस मुख्यालय द्वारा गैंगस्टर की पूरी जानकारी एक डायरी के माध्यम से करके प्रत्येक थाने में उपलब्ध करवाई जाएगी। उनका कहना हैं कि फरीदाबाद में लगभग 4000 अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। ऐसे में हर थाना प्रभारी कोशिश करें कि कम से कम दो आरोपितों को प्रति दिन दबोचा जाए।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि इलाके में पुलिस प्रेजेंस दिखाई देनी चाहिए ताकि आपराधिक प्रवृत्ति के लोग किसी वारदात को अंजाम न दे पाए और किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर तुरंत मौके पर पहुंचना चाहिए। अपने अच्छे कार्य के बारे में लोगों को बताना चाहिए ताकि उन्हें पता चल सके की पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए क्या-क्या कार्य कर रही है। अंत में उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि यदि वह स्वस्थ रहेंगे। तभी कार्य को अच्छे से कर सकेंगे। यदि उनका शरीर और दिमाग स्वस्थ रहेगा तो है निश्चित तौर पर ही जीत हासिल की जा सकती है।