फरीदाबाद : डीएलएफ क्राइम ब्रांच ने रविंद्र उर्फ़ बंटी के हत्या के मामले में दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किए हैं। दोनों आरोपियों भाइयों को पुलिस ने आज अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया हैं। ताकि पकड़े गए आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा सके। मृतक रविंद्र उर्फ़ बंटी की लाश18 दिसंबर को आगरा कैनाल के पास पड़ा मिला था। इस मामले में सेंट्रल थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।
प्रभारी नवीन कुमार का कहना हैं कि रविंद्र उर्फ़ बंटी की लाश बीते 18 दिसंबर को आगरा कैनाल के समीप लावारिश अवस्था में पड़ा मिला था। इसके बाद सेंट्रल थाने में अज्ञात शख्स के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद इस केस की आगे कार्रवाई करने की जिम्मेदारी डीएलएफ क्राइम ब्रांच को सौपी गई थी। उन्होनें इस केस की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की। जब उनकी टीम ने इस केस की जांच शुरू की उसकी सुई बिजेंद्र व सुखबीर पर जाकर अटक गई। इसके बाद बिजेंद्र व सुखबीर जोकि दोनों आपस में सगे भाई हैं को हिरासत में लेकर दोनों आरोपी भाइयों से जब गहनता से पूछताछ की तो आरोपी बिजेंद्र व सुखबीर ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उनका कहना हैं कि इन आरोपियों ने बताया कि बीते18 दिसंबर को अपने मकान के छत पर रविंद्र , मान सिंह व वह खुद एक साथ शराब पी थी, रविंद्र ने ज्यादा शराब पी ली थी के दौरान सीढ़ी से जैसे ही उतरने लगा तो वह अचानक नशे में नीचे गिर गया और उसे काफी चोट लग गई। इसके बाद वह अपने भाई सुखविंद्र के साथ मिल कर इलाज के लिए उसे एक निजी अस्पताल में ले गया पर वहां पर डॉक्टरों ने उसे कहा कि इसके शरीर में अब कुछ नहीं हैं, इसे बादशाह खान अस्पताल में ले जाओं और बिजेंद्र व सुखबिंद्र ने रविंद्र उर्फ़ बंटी को लेकर बादशाह खान अस्पताल के लिए चल दिए पर इन दोनों भाइयों ने उसे बादशाह खान अस्पताल न ले जाकर आगरा कैनाल के पास ले गया वहां पर उसे फेंक दिया। उनका कहना हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक रविंद्र के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। उनका कहना हैं कि रविंद्र उर्फ़ बंटी की मौत की खबर उसके परिवार वाले को बिल्कुल नहीं बताई , उल्टा उसकी पत्नी के साथ थाने में पहुंच गया उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवा दी। ताकि उसे लगे कि वह उसका हमदर्द हैं और उसके ऊपर कोई शक न हो। आज दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया हैं।