अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने बताया कि जल संकट से निपटने के लिए सरकार पानी की एक-एक बूंद का हिसाब रखेगी, ताकि भूजल का दोहन न हो पाए। इसके लिए सरकार ने अब पानी सप्लाई करने वाले टैंकरों का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। शहर में टैंकरो द्वारा धड़ल्ले से पानी की सप्लाई की जा रही है। ऐसे में टैंकरो का पंजीकरण और उन पर जीपीएस लगने से इनकी पूरी निगरानी रखी जा सकेगी। ताकि यह पता चल सके कि टैंकर कहां से पानी सप्लाई कर रहा और कहां ले जा रहा है। इसके साथ-साथ किस काम के लिए कितना पानी चाहिए और वह कितने रुपये में मिल सकेगा, इसकी पूरी जानकारी ऐप पर उपलब्ध होगी।
उपायुक्त जितेंद्र यादव ने आगे बताया कि सभी ट्रांसपोर्टर को ऐप पर रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा। ऐप के माध्यम से घर बैठे ही अब शहर के लोग पीने का पानी मंगवा सकते हैं। रिहायशी, कमर्शियल, इंडस्ट्रियल और निर्माण कार्य के लिए भी पानी उपलब्ध होगा। इसके लिए रेट भी तय कर दिए गए हैं। जो लोग ऐप से टैंकर बुक करेंगे, उसकी सूचना टैंकर संचालक के पास जाएगी। संचालक एफएमडीए के सोर्स से पानी भरकर लोगों तक पहुंचाएंगे। ऐप के माध्यम से टैंकर बुक करने व्यक्ति को पानी की कीमत और क्वालिटी की भी पूरी जानकारी हासिल होगी। इससे अवैध भूजल दोहन पर लगाम लग सकेगी।
उन्होंने कहा कि एफएमडीए ने एक लिंक वेबसाइट पर जारी किया है, जहां जाकर टैंकर संचालक रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके अलावा https://onemapfmda.gmda.gov.in/gmws/authentication-signup.html लिंक पर भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के बाद एक बार कोड भी दिया जाएगा, जो टैंकर पर लगाया जाएगा। ऐप के जरिए पुलिस चेकिंग के दौरान पुलिस टैंकर पर लगे बार कोड को स्कैन कर उस टैंकर के वैध या अवैध होने की जानकारी प्राप्त कर सकेगी।
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