वहां पर उन्होनें उपस्थित कर्मचारियों के साथ काफी नौक झोंक करने के बाद, उनका कार्य बन नहीं रहा था। इसके बाद उन्होनें अपने कांग्रेस विधायक ललित नागर को मोबाइल पर फोन किया और उन्होनें मेरी फरियाद सुनी, के बाद उन्होनें बिजली विभाग के संबंधित एसडीओ को फोन कर समस्या का समाधान करने को कहा, उस वक़्त सम्बंधित एसडीओ कार्यालय से कहीं बहार गए थे, विधायक ललित नागर के फोन के बाद ,एसडीओ ने वहां पर मौजूद कर्मचारियों को फोन किया फिर जा कर ,उनकी समस्या का समाधान हुआ, बिजली वालों ने उनके घर पर उखाड़े गए मीटर को उसी तरह से फिर से लगा गए। उनका कहना हैं कि आज मेरा पूरा का पूरा दिन इन्हीं झमेले को निपटाने में निकल गया। बिजली विभाग को ऐसा नहीं करना चाहिए, ऐसी कोई बात थी,तो जब उन्होनें बिजली मीटर के लगवाए थे उसी वक़्त उन्हें बता देना चाहिए था, इससे पहले भी माफ़ी योजना चलाई गई होगी, उस वक़्त तो उनके पास कोई नहीं आया, अब 15 साल के बाद बिजली विभाग का यह हरकत बिल्कुल बर्दाश्त करने के लायक नहीं हैं, उनकी इन हरकतों की वजह से समाज में उनकी बेइज्जती और हो गई।