
1857 की क्रांति में यहां के राजा नाहर सिंह शहीद हुए, जिन्हें दुनिया नमन करती है। हाल ही में श्रीनगर के आतंकी हमले में शहीद हुए संदीप की अंतिम यात्रा भी इन्हीं सड़कों से होकर गुजरी जो हम सबके लिए गौरव की बात है। यहां की माटी को चुम कर युवाओं में देश प्रेम की भावना जागृत होती है। ऐसे में यहां की सड़कों को गंगाजल से धुलवाना, शहादत का भी अपमान है ।ऐसे बयान का कोई औचित्य नहीं है। साफ करना ही है तो शहर में हर तरफ फैले कूड़े के ढेरों को साफ करवाएं, ऊपर तक भरी हुई नालियों को साफ करवाएं। शहर में चारों तरफ फैली हुई गंदगी से ध्यान भटकाने के लिए विधायक ऐसा बयान दे रहे हैं, तो इसका कोई औचित्य नहीं है।