अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़ः प्रदेश की बीजेपी-जेजेपी सरकार स्कूल बंद करने और गांव-गांव में नशे के अड्डे खोलने की नीति पर आगे बढ़ रही है। इस सरकार का मकसद शिक्षा की बजाए नशे को बढ़ावा देना है। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा का कहना है कि प्रदेश में जिस तेजी से नशे का साम्राज्य फैलता जा रहा है,इससे स्पष्ट है कि सरकार पूरी तरह इसे रोकने में नाकाम है। इतना ही नहीं बढ़ते नशे के प्रति सरकार के ढुलमुल रवैये से पता चलता है कि नशा कारोबार को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। इसके चलते गांव-गांव तक अवैध नशे ने अपने पैर पसार लिए हैं। यह नशा लगातार युवाओं के वर्तमान और भविष्य को बर्बाद कर रहा है।
हुड्डा ने कहा कि सरकार अब प्रदेशभर में नशा मुक्ति केंद्र खोलने के लिए सर्वे करवा रही है। जबकि उसका पहला काम नशा कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई कर इस काले साम्राज्य पर अंकुश लगाना है। लेकिन सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। इसका खामियाजा प्रदेश की युवा पीढ़ी और उनके निर्देश परिवार वालों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि अकेले सिरसा जिले में सालभर के भीतर नशे की ओवरडोज से 43 लोगों की मौत हो चुकी है। नशे की वजह से आत्महत्या करने के मामले में हरियाणा ने पंजाब और हिमाचल को पीछे छोड़ दिया है। सालभर के भीतर 89 लोगों ने नशे के चलते खुदकुशी की है। इसके अलावा सिरसा व अलग-अलग जिलों से नशे का इंजेक्शन लेते हुए युवाओं की मौत होने की खबरें आती रहती हैं।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज हरियाणा का युवा देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रहा है। इसी हताशा के चलते युवा लगातार नशे व अपराध की गिरफ्त में फंस रहे हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि क्राइम रेट के हिसाब से हरियाणा बड़े-बड़े राज्यों से कहीं आगे निकल चुका है। एनसीआरबी रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में साल 2021 में 1144 हत्याएं हुई। यानी प्रदेश में रोज 3 से 4 लोगों की हत्या होती है। 3.8 मर्डर रेट के साथ हरियाणा पूरे देश में दूसरे नंबर पर है। यहीं रिपोर्ट बताती है कि 1 साल के भीतर हरियाणा में 1716 रेप के मामले सामने आए। यानी प्रदेश में रोज रेप की 5 वारदातें होती हैं। 12.3 रेप रेट के साथ हरियाणा पूरे देश में दूसरे नंबर पर है। 2021 में 3724 किडनैपिंग के केस सामने आए। यानी प्रदेश में रोज अपहरण के 10 मामले सामने आते हैं। 12.0 किडनैपिंग रेट के साथ हरियाणा असम और उड़ीसा के बाद पूरे देश में तीसरे पायदान पर है। हुड्डा ने याद दिलाया कि कांग्रेस सरकार के दौरान उन्होंने कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने, हर युवा को रोजगार और खेलों को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया था। कानून व्यवस्था का राज स्थापित होने के चलते उनके कार्यकाल में अपराधी या तो प्रदेश छोड़कर भाग गए थे या जेल पहुंच गए थे। कानून व्यवस्था बेहतर होने की वजह से प्रदेश में जमकर निवेश और रोजगार सृजन हुआ। इसलिए कांग्रेस कार्यकाल में प्रदेश के युवाओं का रुझान शिक्षा, करियर और खेलों की तरफ बढ़ा। लेकिन मौजूदा सरकार की नीति और नाकामी ने प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी, नशे और अपराध के अंधेरे कुएं में धकेल दिया है।
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