अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: एक शख्स ने अपने साथी की पीट -पीट कर बेरहमी से सिर्फ इसलिए हत्या कर दी, की ढाबे पर खाने बाद बचे हुए 150 रूपए अपने दोस्त को वापस देने के बजाए अपने पास रख लिए थे। क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने आज आरोपित को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर को मात्र 48 घंटों में सुलझाने का दावा किया हैं। अरेस्ट किए गए आरोपित का नाम योगेंद्र निवासी छायंसा, बल्ल्भगढ़, फरीदाबाद हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि गत 30 जनवरी को खेड़ी पुल थाना क्षेत्र में हत्या की शिकायत प्राप्त हुई। जिसमें शिकायतकर्ता ने पुलिस को जानकारी दी कि गत 29 जनवरी को रात करीब 8 बजे उसका 26 वर्षीय पुत्र दलीप काम से लौटकर घर आया और पास के एक ढाबे से खाना लाने की बात कह कर निकला। गत 30 जनवरी की सुबह किसी ने शिकायतकर्ता को आकर बताया कि दलीप का शरीर मृत अवस्था में ढाबे से कुछ ही दूरी पर पुलिया के पास पड़ा हुआ है। मृतक के परिजनों की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और अज्ञात के विरूद्ध हत्या की धाराओं में शिकायत दर्ज कर लिया। इस मामले में जांच व कार्रवाई का जिम्मा क्राइम ब्रांच डीएलएफ को सौंपा गया। क्राइम ब्रांच की पुलिस टीम ने हत्या के इस मामले में सभी बिंदुओं पर गहन जांच की और वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाया। साक्ष्य के आधार पर पुलिस टीम ने 1 फरवरी को गढ़ खेड़ा गांव के रहने वाले 23 वर्षीय आरोपित योगेन्द्र को अरेस्ट किया। अरेस्ट आरोपित से प्रारंभिक पूछताछ में यह बात सामने आई कि आरोपित योगेन्द्र और मृतक दलीप मजदूरी का काम करते है। आपसी जान-पहचान है। आरोपित ने खाने के पैसे ढाबे वाले को दिए बचे हुए पैसे खाना खाने के बाद मृतक ने 150 रूपए अपने पास रख लिए थे। इसी पैसे को वापस मांगने पर दोनों के बीच बहस बढ़ गई और आरोपित योगेन्द्र ने दलीप की पीट- पीट कर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश कर आगे की पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा । आगे की कार्रवाई की जा रही है।