अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: थाना साइबर सेंट्रल -सेक्टर -17 की टीम ने आज एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया हैं , जो आमजनों को रकम डबल करने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपए की ठगी करते थे। टीम ने एक ताजा मामले में इस गिरोह के पांच सदस्यों को अरेस्ट किया हैं। ये लोग 91 वर्षीय बुजुर्ग से 80.43 लाख रुपए की ठगी के मामले में अरेस्ट हुए हैं। ये खुलासा आज डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ ने थाना साइबर सेंट्रल के कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में किए हैं।
डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि अरेस्ट किए गए आरोपितों में हनी, अमित, अंकित, सुमंत तथा अजय का नाम शामिल है। आरोपित हनी अंकित तथा सुमंत दिल्ली,अमित नोएडा तथा अजय गाजियाबाद का रहने वाला है। गत 11 अप्रैल 2023 को साइबर थाने में धोखाधड़ी की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है जिसमें आरोपितों ने इंडियन ऑयल के रिटायर्ड 91 वर्षीय कर्मचारी यशदेवपुरी से वर्ष 2021 से 2023 के बीच में 80.43 लाख रुपए धोखाधड़ी हड़प लिए। उनका कहना हैं कि बुजुर्ग अपने घर में अकेले थे इसलिए उन्हें कोई सलाह देने वाला नहीं था। जब उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो उन्होंने थाने में शिकायत दी और थाने में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई और आरोपितों की धरपकड़ के लिए थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया जिसमे उप- निरीक्षक बाबूराम, सहायक उप -निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह , मुख्य सिपाही. देवेन्द्र कुमार, दिनेश व वीरपाल , महिला मुख्य सिपाही अंजू, सिपाही कर्मवीर, अजय व परमिंदर का नाम शामिल था। साइबर टीम ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मात्र एक सप्ताह में गिरोह के 3 सदस्यों अंकित, अमित व हन्नी को अरेस्ट कर लिया। आरोपितों को अदालत में पेश किया गया जिसमें पुलिस रिमांड के दौरान उक्त आरोपितों की जानकारी के आधार पर आरोपित अजय तथा सुमंत को भी अरेस्ट किया गया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपित लोगों के साथ पैसा डबल करने के नाम पर धोखाधड़ी करते हैं। आरोपित सेबी, आरबीआई, इनकम टैक्स विभाग व बैंक अकाउंट के फर्जी दस्तावेज बनाकर पीड़ित को व्हाट्सएप पर भेजते थे जिसमें वह इससे पहले कई लोगों के पैसे डबल करने की बात करते हैं और पीड़ित व्यक्ति को कम समय में पैसा डबल करने का लालच देते हैं जिससे सामने वाला व्यक्ति पैसों के लालच में आकर अपनी जीवन भर की पूंजी इन साइबर ठगों को दे बैठता है। पैसे प्राप्त करने के पश्चात आरोपित उनसे अलग-अलग बहाने बनाकर पैसे ऐंठते रहते हैं और पैसे वापस निकलवाने के नाम पर और पैसे मांगते हैं जिससे पीड़ित व्यक्ति मजबूर हो जाता है और उसे अपने पैसे वापस निकलवाने के लिए और पैसे देने पड़ते हैं। इस प्रकार आरोपितों ने विभिन्न अलग-अलग बहाने बनाकर पीड़ित से 80.43 लाख रुपए ऐंठ लिए। पुलिस द्वारा आरोपितों के कब्जे से 8 मोबाइल फोन, 11 सिम कार्ड तथा 1.40 लाख रुपए नकद बरामद किए गए हैं। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपित अंकित, अमित तथा हनी को अदालत में दोबारा पेश करके जेल भेज दिया गया है वहीं आरोपित सुमंत तथा अजय को पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा और मामले में शामिल अन्य आरोपितों के बारे में जानकारी प्राप्त करके उनकी धरपकड़ की जाएगी।
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