अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
सूरजकुंड (फरीदाबाद):अगर आप कार्निवाल परेड का आनंद लेना चाहते हैं तो एक बार शाम को सूरजकुंड में चल रहे 38 वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला में परिवार सहित आइए, यहां रंग-बिरंगी, लाल-गुलाबी, नीली, पीली रोशनी से सराबोर देश-विदेश के नर्तकों व कलाकारों की परेड हर पर्यटक के दिल पर अपनी लोक कला की अमिट छाप छोड़ रही है। हर रोज अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला परिसर में प्रतिदिन शाम छह बजे यह कार्निवाल परेड शुरू हो जाती है।
जिसमें पार्टनर देश बिम्सटेक और थीम स्टेट ओडिशा और मध्य प्रदेश परेड की अगुवाई कर रहे हैं, परेड में हरियाणा, असम, पंजाब, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम के अलावा मिस्र, इथियोपिया, सीरिया, अफगानिस्तान, बेलारूस, म्यांमार और बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल के सदस्य देशों और विभिन्न राज्यों के कलाकार मंडली के साथ अपने पारंपरिक परिधान व ढोल, ताशे-बाजे, चिमटे आदि लेकर साथ निकलते हैं और दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करते हुए चलते हैं। मेला परिसर में सिक्किम गेट से लेकर वीआईपी धन केसरी गेट तक इस परेड को देखने के लिए मेले की माल रोड के दोनों ओर दर्शकों का हुजूम रहता है।
पर्यटकों के बीच अपने-अपने मोबाइल फोन में इस परेड की तस्वीरों व वीडियो को कैद करने की होड़ लग रही है। कार्निवाल परेड में लोक कलाकारों द्वारा ढोल नगाड़ों, तंबूरे, बीन,गिटार,वायलिन, ड्रम,सेक्सोफोन,फ्लूट, क्लेरीनेट, सेलो,ड्रम्प्ट आदि वाद्य यंत्रों से पूरी दुनिया की विभिन्न धाराओं के संगीत से दर्शकों का मनोरंजन किया।मेन चौपाल के समीप पर्यटन निगम के एमडी सुनील कुमार, महाप्रबंधक आशुतोष राजन, मेला प्रबंधक यूएस भारद्वाज, एजीएम हरविंद्र यादव के अलावा मेला प्रबंधन से जुड़े अन्य अधिकारी भी कलाकारों का उत्साहवर्धन समयानुसार कर रहे हैं।
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