अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: गत 11 अक्टूबर को अप्रहत राजकुमार की दुसरी पत्नी ने सेक्टर -17 थाना के अंतर्गत पुलिस चौकी सेक्टर-16 में एक लिखित शिकायत दी की उसके पति को कुछ गुंडे शिफ्ट गाडी में जबरदस्ती उठाकर ले गए है। जिस पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला की शिकायत पर अपहरण की धाराओं मे थाना सेक्टर-17 में मामला दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए ये मुकदमा की आगे की कार्रवाई की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच -17 के इंचार्ज अशोक कुमार को पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य ने सौपी थी, पर कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच -17 की टीम ने आज तीन आरोपितों को पंजाब के मोहाली से गिरफ्तार कर अपहत राज कुमार को छुड़वाया हैं , अब तक इस मुकदमा में कुल 7 आरोपित को गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम हर्ष, राहुल, महेश, नरवीर,विनय, धर्मेन्द्र और योगेश उर्फ योगी है। आरोपित हर्ष, राहुल, महेश पलवल के गांव डराना के, धर्मेंद्र पलवल के गांव अलावलपुर का, नरवीर गांव चंदावली का, विनय रेवाडी के गांव पिथड़ावास तथा योगेश उर्फ योगी राजस्थान के भरतपुर जिले के गांव रिठोटी का रहने वाला है। क्राइम ब्रांच टीम ने अपने गुप्त सूत्रों से प्राप्त सूचना पर हरिद्रार, देहरादून, चंडीगढ, मोहाली पंजाब में छापा मारते हुए अपहरण किए गए राज कुमार को मोहाली से बरामद किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में नरवीर फरीदाबाद के कोर्ट में तथा विनय चण्डीगढ़ हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करता है। आरोपित नरवीर फरीदाबाद कोर्ट में प्रैक्टिस करता है विनय और नरवीर दोस्त हैं । नरवीर, विनय व धर्मेन्द्र उर्फ धरमू को नया गांव मोहाली पंजाब से गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपित विनय और नरवीर ने योजना बनाकर योगेश उर्फ योगी को अपहृत व्यक्ति राजकुमार के घर किराए पर रहने के लिए भेजा। योगेश उर्फ योगी राजकुमार के घर नाम बदलकर मुकेश के नाम से कुछ दिन से रह रहा था। योगेश अपने साथ एक दिन पहले आरोपित धर्मेन्द्र को अपहृत व्यक्ति की पहचान के लिए अपने किराए के मकान पर लेकर आया था। योगेश उर्फ योगी ने योजना के तहत बताया कि उसका जानकार बैंक मे मैनेजर है , वो फरीदाबाद सेक्टर- 16 ए से शिफ्ट होकर गुड़गांव जा रहा है और पुराना सौफा सैट , LED, और बैड बेचना चाहता है। जिसको में खरीदना चहाता हूं। राजकुमार व उसकी दुसरी पत्नी को सोफा कम पैसे में खरीदने का लालच देकर सेक्टर-16 फरीदाबाद लेकर आया था। आरोपित ने राजकुमार और उसकी पत्नी को वह सन फ्लैग अस्पताल के पिछे खडा करके चाबी के लाने के नाम पर वहां से चला गया। आरोपित धर्मेन्द्र ने राजकुमार को पहचान लिया और उठाकर गाड़ी में डाल लिया और महिला को धक्का मारकर राजकुमार को लेकर फरार हो गए। उनका कहना हैं कि क्राइम ब्रांच टीम के द्वारा आरोपित नरवीर, विनय व धर्मेन्द्र उर्फ धरमू से पूछताछ के बाद आरोपित योगेश उर्फ योगी को खेडी पुल से गिरफ्तार किया। आरोपित नरवीर व घर्मेंन्द्र को मामले में पूछताछ के लिए 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। आरोपित विनय और योगेश को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया। आरोपितों से पूछताछ के बाद आरोपित हर्ष,राहुल व महेश को कैली गांव को गिरफ्तार किया है। आरोपितों से वारदात में प्रयोग स्विफ्ट डिजायर, i20 व स्विफ्ट के साथ 32 बोर का पिस्टल, 19 जिंदा रोंद व 315 बोर पिस्तौल को बरामद किए गए है। आरोपित से पूछताछ में सामने आया कि हर्ष, राहुल महेश ने हरिद्वार घूमने का प्लान बनाया था। जिनको नरवीर ने 15 हजार रुपए दिए और राजकुमार को उठाकर हरिद्वार ले जाने को कहा। आरोपित धर्मेन्द्र, आरोपित नरवीर का भांजा है तथा आरोपित महेश आरोपित धर्मेंन्द्र का साला है। आरोपित हर्ष, राहुल, महेश आपस में दोस्त है। आरोपितों को 5 हजार रुपए बाद मे दिए थे। सारा मामला जमीन का था। आरोपित विनय की बहन की शादी राजकुमार के साथ हुई थी। राजकुमार को 2 बच्चे भी है। राजकुमार की 4 एकड़ जमीन आईएमटी में चली गई थी। जिसके काफी पैसे आए थे। राजकुमार ने उन पैसे से 8 एकड़ जमीन और 2 प्लाट खरीदे थे। राजकुमार घर से बाहर किसी अन्य महिला के साथ रहने लागा। राजकुमार से आरोपित विनय की बहन के नाम सभी जमीन और पैसे करा लिए गए। सिर्फ 2 प्लाट राजकुमार के नाम पर है। अब 2 प्लाट को लेकर झगडा चल रहा था। राजकुमार ने दुसरी महिला से कोर्ट में शादी कर ली थी। जिसके लिए राजकुमार ने हाईकोर्ट से प्रोटेक्शन की फाईल लगा रखी थी। जिसकी सुनवाई 17 अक्टूबर को थी। प्रोटेक्शन ना मिले इसके लिए आरोपित विनय और नरवीर ने योजना बनाकर राजकुमार का अपहरण कराया था। आरोपित योगेश उर्फ योगी से पूछताछ में सामने आया कि आरोपित पर राजस्थान में हत्या का मामला दर्ज है जिसमें आरोपित को उम्र कैद की सजा सुनाई जा चुकी है। आरोपित भरतपुर डीग अदालत से पैरोल पर आने के बाद अदालत से फरार चल रहा है। आरोपित ने सुपारी लेकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया है।आरोपित विनय के पास 32 बोर की पिस्तौल लाइसेंस की थी। आरोपित धर्मेंद्र देशी कट्टे को अलीगढ़ से किसी अंजान व्यक्ति से खरीद कर लाया था। सभी आरोपितों को पूछताछ के बाद अदालत में पेश कर जेल भेजा गया।
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