फरीदाबाद : बीती रात ग्रीन फील्ड कालोनी में शराब पीकर तथा लड़कियों के साथ अय्यासी कर रहे एक बिल्डर व उसके साथियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत करना एक परिवार को काफी महंगा पड़ गया। एक बिल्डर ने अपने साले व अन्य गुंडों के साथ शिकायत कर्ता के घर में घुस कर पुरे परिवार की जमकर पिटाई कर दी। बिल्डर के इस गुंडागर्दी में वकील शंकर पाल सिंह,उनकी धर्मपत्नी रुपेश चौधरी व बेटा लव चौधरी को चोटें आई हैं। इस संबंध ग्रीन फील्ड कालोनी पुलिस चौकी के इंचार्ज विजय पाल का कहना हैं कि इस वक़्त दोनों पार्टी पुलिस चौकी में हैं,उन्होंने महिला पुलिस कर्मी को भी बुला लिया गया हैं और इस मामले में अभी जांच की जा रही हैं,जांच में दोषी पाए जाने के बाद आरोपी बिल्डर व उसके गुंडों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
वकील शंकर पाल सिंह का कहना हैं कि वह फ्लैट नंबर -1166, ब्लॉक बी, ग्रीन फील्ड कालोनी में अपने परिवार सहित रहते हैं, उनके परिवार में पांच लोग हैं एक तो स्वंय हैं, उनकी पत्नी रुपेश चौधरी व बेटा लव चौधरी,उसकी पत्नी व एक 6 साल का बच्चा हैं। रात तक़रीबन 11 बजे उनके मकान नंबर -1166,ब्लॉक बी, ग्रीन फील्ड कालोनी के सामने एक बिल्डर जिसका नाम धर्मा हैं व उसका साला मुकेश लड़कियों के साथ में जमकर शराब पी रहे थे जिसकी सूचना उनकी धर्मपत्नी रुपेश चौधरी ने पुलिस कंट्रोल को 100 नंबर पर दे दी। इस बात का पता लड़कियों के साथ शराब पी रहे बिल्डर धर्मा व उसके साथी गुंडों को चल गया, इसके बाद वह बिल्डर अपने गुंडों को वहीँ पर बुला लिया और उनके घर में जबरन घुस आए और मुझे, मेरी पत्नी रुपेश चौधरी व बेटा लव चौधरी की जमकर पिटाई कर दी हैं। उनका कहना हैं कि उनकी पत्नी रुपेश चौधरी ने रात को ही पुलिस चौकी में सभी बदमाशों के खिलाफ शिकायत कर दी हैं पर अभी तक पुलिस ने उन बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया हैं। उनका कहना हैं कि मेरी पत्नी रुपेश चौधरी को महिला पुलिस के द्वारा डराया धमकाया जा रहा कि केस मुकदमा लड़ेगी, कोर्ट -कचहरी के चक्कर काटने पड़ेंगे। तेरा पूरा परिवार परेशान हो जाएगा, दूसरी तरफ वहां के मौजूद लोगों के द्वारा समझौता करने के लिए उनकी पत्नी पर दवाब बनाया जा रहा हैं। मैं बहुत जरुरी कार्य से आज लखनऊ आ गया हूँ। इस संबंध में चौकी इंचार्ज विजय पाल का कहना हैं कि इस वक़्त दोनों पार्टी पुलिस चौकी में हैं, उन्होनें महिला पुलिस को चौकी में बुला लिया हूँ, इस केस की अभी जांच की जा रही हैं,वहीँ उन्होनें बातों -बातों में जिक्र किया कि इनका आपस में पैसों का झगड़ा हैं। इसके बाद अथर्व न्यूज़ ने शंकर पाल सिंह से बातचीत की तो उन्होनें कहा कि इस झगड़े का पैसों के लेनदेन से कोई लेना देना नहीं हैं। उनका कहना हैं कि इस बिल्डर ने गैर कानूनी तरीके से डबल यूनिट बना कर, उनमें से एक फ्लेट उन्हें झूठ बोल कर बेच दिया। इसमें न तो पानी के कनेक्शन हैं,फिरउसने कहा था कि दो महीने के अंदर में इस फ्लेट की रजिस्ट्री करवा देंगे, इस फ्लेट के एवज में उन्होने उसे 20 लाख रूपए दे दिए। फ्लेट की कुल कीमत 40 लाख रूपए में तय हुई थी। उनका कहना हैं कि उन्होनें इस बिल्डर धर्मा से कहा कि वैध तरीके से उसके फ्लेट में पानी का कनेक्शन करा दें और उसकी फ्लेट की रजिस्ट्री करवा दे, फिर वह अपना बाकि के 20 लाख रूपए ले ले। यह दोनों कार्य कानूनी तरीके से हो नहीं सकते थे। इसके बाद उन्होनें उनसे कहा कि यह सब कानूनी तौर पर नहीं हो सकता, इसके बदले उन्हें कोई और फ्लेट दे दे या उनका 20 लाख रूपया लौटा दे, मैं आपका फ्लेट खाली कर दूंगा तब इस बिल्डर ने कहा था कि इस फ्लेट को बेच कर आपका पैसा लौटा दूंगा। बीती रात जो इन लोग ने घर में घुस कर उन्हें और उनके परिजनों को पीटा हैं उसका इस बात से कोई लेना देना नहीं हैं।सिर्फ उनके केस को दबाने के लिए पुलिस के सामने इस तरह की बाते कर रहे हैं।