अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:मुखयमंत्री उड़न दस्ते की टीम ने आज नेशनल हाईवे-2,बड़खल मोड़ के नजदीक बुद्ध कालोनी एंव बुद्ध इंडस्ट्रीज एरिया को अवैध रूप से बसाई गई और उसमें बनाए गए अवैध निर्माणों की जांच करने के लिए एनआईटी नगर निगम के संबंधित वार्ड के कनिष्ठ अभियंता शिव कुमार के साथ पहुंची। और जांच की कार्रवाई की,
जी हैं इस खबर को कल मंगलवार को “अथर्व न्यूज़” ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी,का असर आज बखूबी देखने को मिला। फरीदाबाद मुख्यमंत्री उड़न दस्ते की टीम ने आज नगर निगम के सम्बंधित वार्ड के एसडीओ एंव कनिष्ठ अभियंता शिव कुमार बन रहे बड़े अवैध निर्माणों और जो बन चुके हैं उनके, और काटी प्लॉटिंग के बारे अब क्य क्या, और किस तरह की कार्रवाई की हैं, उसकी रिपोर्ट मांगी हैं।
डीएसपी राजेश चेची का कहना हैं कि उन्हें सूचना मिली थी और ये खबर सोशल मीडिया पर भी प्रकाशित की गई की, नेशनल हाईवे-2 , बड़खल मोड़ के निकट बड़े -बड़े शेड अवैध रूप से बनाई जा रही हैं,
की जांच सब इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह को सौपी गई थी। आज सब इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह अपने टीम के साथ बुद्ध कॉलोनी एंव बुद्ध इंडस्ट्रियल एरिया में पहुंच कर जांच शुरू की, जांच में ये पाया की बुद्ध इंडस्ट्रियल एरिया में अवैध रूप से प्लॉटिंग की गई, इसमें जो बड़े -बड़े शेड बनाए गए हैं और अभी बनाए जा रहे हैं,
ये सब के सब गलत हैं, और अवैध हैं। उनका कहना हैं कि इस बारे में नगर निगम के संबंधित विभाग के एसडीओ और कनिष्ठ अभियंता शिव कुमार से रिपोर्ट मांगी हैं, की बन रहे अवैध निर्माणों और बन चुके अवैध निर्माणों, अवैध रूप से की गई प्लानिंग के बारे में क्या-क्या और किस तरीके की कार्रवाई की हैं, के बारे में सभी रिकॉर्ड सहित कार्यालय में आने को कहा है।
ये भी खबर है कि इस अवैध बुद्ध इंडस्ट्रियल एरिया में कई प्लाट ऐसे हैं, जिनका मामला कोर्ट में अब भी विचाराधीन है। जांच टीम को ये भी देखना होगा की, कहीं विवाद वाले प्लाटों पर भी प्लाट मालिकों ने कोई बड़ा निर्माण नगर निगम के अधिकारी की मिलीभगत से बना तो नहीं लिया हैं। पता चला था कि इस बुद्ध इंडस्ट्रीज एरिया एंव बुद्ध कॉलोनी में जो इस वक़्त बड़े -बड़े शेड अवैध रूप से बनाए जा रहे हैं, इसमें अवैध निर्माणकर्ता और नगर निगम अधिकारी के बीच लाखों रूपए की लेन- देन की गई हैं।
इसी वजह से बड़ी तेजी के साथ तीन-चार अवैध निर्माण बन कर तैयार हो गई हैं। इसकी सूचना एनआईटी के संयुक्त आयुक्त गौरव अंतिल को दी गई थी पर वह इस अवैध निर्माणों के खिलाफ कोई रूचि नहीं दिखाई। ये खबर प्रकाशित होने के बाद मुख्यमंत्री उड़न दस्ते की टीम ने अपनी जांच की कार्रवाई शुरू की हैं। जो बताते हैं कि नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से इस अवैध इंडस्ट्रीज एरिया को विकसित किया जा रहा है, जिसमें ये सभी के सभी शेड गैर- कानूनी तरीके से बनाई गई हैं, और बनाई जा रही हैं। आज की जांच में कुल 8 पॉइंट को नोट किया गया है।
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