अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरु का जन्म दिवस हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सुमित गौड़ के कार्यालय कांग्रेस भवन में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान कांग्रेसियों ने सर्वप्रथम उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में मुख्य रुप से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता महेंद्र शर्मा,प्रदेश महासचिव एवं रोहतक के प्रभारी पं.राजेंद्र शर्मा,ग्रीवेंस सैल के चेयरमैन एस.एल.शर्मा, विकास साहरिया वाल्मीकि ,विक्रांत गौड़, देव पंडित, दिनेश पंडित, प्रदीप गौड़, आकाश भाटी, ओमी, स्टेट प्रेसीडेंट जितेंद्र चंदेलिया सहित अनेकों कांग्रेसी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इस मौके पर कांग्रेसियों ने संयुक्त रुप से कहा कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री के रुप में श्री नेहरु भारत के सपने को साकार करने के लिए चल पड़े। भारत का संविधान 1950 में अधिनियमित हुआ, जिसके बाद उन्होंने आर्थिक,सामाजिक और राजनीतिक सुधारों के एक महत्त्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की। उन्होंने विदेश नीति में भारत को दक्षिण एशिया में एक क्षेत्रीय नायक के रूप में प्रदर्शित करते हुए उन्होंने गैर-निरपेक्ष आन्दोलन में एक अग्रणी भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अंग्रेजों ने करीब 500 देशी रियासतों को एक साथ स्वतंत्र किया था और उस वक्त सबसे बडी चुनौती थी उन्हें एक झंडे के नीचे लाना,नेहरु ने भारत के पुनर्गठन के रास्ते में उभरी हर चुनौती का समझदारी पूर्वक सामना किया। जवाहरलाल नेहरू ने आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। उन्होंने योजना आयोग का गठन किया, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया और तीन लगातार पंचवर्षीय योजनाओं का शुभारंभ किया। उनकी नीतियों के कारण देश में कृषि और उद्योग का एक नया युग शुरु हुआ। नेहरू ने भारत की विदेश नीति के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभायी।कांग्रेसियों ने कहा कि जवाहर लाल नेहरु को बच्चों को बहुत स्नेह था, जिसके चलते बच्चे उन्हें चाचा कहकर पुकारते थे और वह चाचा नेहरु के नाम से विख्यात हो गए। उन्होंने कहा कि देश के निर्माण में नेहरु की अह्म भूमिका रही, इसलिए आज उनके जन्मदिन पर उनके बताए मार्ग पर चलने का हम सभी का संकल्प लेते हुए समाज व देशहित में कार्य करने का संकल्प लेना चाहिए।