अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:थाना सराय में तैनात सिपाही संजय और प्रवीण की ड्यूटी राइडर-1 पर थी, को गश्त के दौरान एक काले रंग का बैग मिला जिसमें नगदी , आईडी व कुछ कागजात रखे हुए थे, ने ईमानदारी का परिचय देते हुए असली मालिक को तलाश कर लावारिश अवस्था में मिले बैग लौटा दिए। सौंपे गए बैग में 56200 रुपए नगद व आईडी व जरूरी कागजात थे। इस सराहनीय कार्य के लिए पुलिस कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा ने दोनों पुलिस कर्मी को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना सराय में तैनात पुलिसकर्मी राइडर पर गश्त ड्यूटी कर रहे थे। उन्हें ड्यूटी के दौरान गस्त करते हुए एक ब्लैक कलर का बैग मिला जो की लावारिस अवस्था में था जिसे उनके द्वारा चेक किया गया तो उसमें कुछ पहचान पत्र, अन्य जरूरी कागजात व ₹56200 रुपए नगद मिले।
जिनको दोनों पुलिसकर्मियों ने थाने में ले जाकर एसएचओ सुरेंद्र सिंह के हवाले किया जिस पर तुरंत कार्रवाई के लिए थाने में मौजूद ड्यूटी अफसर मुख्य सिपाही शमशेर को पैसों को उसके मालिक तक पहुंचाने का कार्य सोंपा। जिस पर कार्रवाई करते हुए ड्यूटी अफसर ने आइडियो से प्राप्त हुए फोन नंबर से संपर्क किया जिस पर उत्तर प्रदेश के कोसी शहर के हरिओम नाम के एक व्यक्ति से संपर्क हुआ। जिससे बात होने पर पता चला कि उसका बैग कहीं गिर गया है।
जिस पर ड्यूटी अफसर ने अपने बैग को प्राप्त करने की बात कही। व्यक्ति हरिओम थाने में आया और बैग के संबंध में जानकारी ली जिस पर ड्यूटी अफसर ने बैग में मौजूद कागजात व पैसों के संबंध में पूछा जिसमें उसने बताया कि उसमें मेरी कुछ आईडी व कार्य से संबंधित कागजात तथा 56200/- नगद रुपए हैं। बैग मालिक ने बताया कि वह दिल्ली में एमसीएफ का कर्मचारी है। घर जाते वक्त बैग उससे कहीं गिर गया था।
ड्यूटी अफसर ने बैग मालिक से सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बैग व पैसे को उसके मालिक के हवाले कर दिया। व्यक्ति बैग व पैसे वापिस पाकर बहुत प्रसन्न हुआ और उसने इसके लिए पुलिस टीम का धन्यवाद किया। पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने प्रशंसा पत्र देकर दोनों सिपाहियों को प्रोत्साहित किया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि राइडर पर तैनात पुलिस टीम ने ईमानदारी का परिचय देकर प्रशंसा योग्य कार्य किया है। इनसे प्रेरणा लेकर अन्य पुलिसकर्मी भी इसी प्रकार ईमानदारी से देशसेवा करने के लिए प्रोत्साहित होंगे।
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