अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: क्राइम ब्रांच,सेक्टर-30 की टीम ने आज सोमवार को एक ढाई वर्षीय मासूम बच्चे को 15 लाख रूपए का लालच देकर अपहरण कराने के मामले में एक महिला को उत्तरप्रदेश के जौनपुर से अरेस्ट किया है। पुलिस ने अपहत मासूम बच्चे को पहले ही सकुशल बरामद कर चुकी हैं। इस वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपित को पहले ही पुलिस अरेस्ट हो चुके हैं। इस बेहतरीन कार्य के लिए पुलिस कमिश्नर ओ पी सिंह ने क्राइम ब्रांच -30 के प्रभारी विमल राय को प्रथम श्रेणी का प्रशंसा पत्र भेंट कर सम्मानित किया हैं।
इंचार्ज विमल राय ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी टीम ने इस मामले को सुलझाते हुए अपहत मासूम बच्चे को पहले ही बरामद कर चुकी है। इस मामले में बच्चे को उठाने वाला आरोपित अहमद जिसने अपने घर के पडोस सतं नगर से बच्चे को अपहरण किया था और उत्तर प्रदेश के रहने वाले फैजान को भी पुलिस अरेस्ट कर चुकी है। पूछताछ के दौरान ये सामने आया कि अरेस्ट महिला पीछे से किदवई अहमद रोड मुंबई की रहने वाली है। जिसने जौनपुर, उत्तर प्रदेश निवासी एक व्यक्ति से शादी की थी। इस शादी को दोनों के ही परिवार वालों ने नकार दिया था। दोनों के ही परिवार वाले इस शादी से खुश नहीं थे। जिसके चलते दोनों ज्यादा दिन साथ नहीं रह सके और रिश्तो में फूट पड़ जाने के कारण परेशान रहनेलगी ।
उनका कहना हैं कि अरेस्ट महिला की मुलाकात फैजान से हो गई थी, उसने फैजान को बोला था कि उसे एक बच्चा चाहिए, जिसके बदले में वह 15 लाख रुपए दे देगी। यह बात आरोपित फैजान ने अपने साथी अहमद को बताई,अहमद और फैजान के मन में 15 लाख रुपए का लालच आ गया जिस के चलते उन्होंने बच्चे चोरी करने की वारदात को अंजाम दिया था।पूछताछ पर महिला ने बताया कि उसका बच्चे लेने का मकसद बच्चे को अपने पास रखने का था। क्योंकि जब उसका शादीशुदा जीवन अच्छा नहीं रह सका तो महिला ने सोचा कि क्यों ना एक बच्चे को गोद लिया जाए और उसके सहारे अपना जीवन व्यतीत किया जाए। जिसके चलते महिला ने फैजान को एक बच्चा लाने के लिए 15 लाख रुपए का लालच दिया था। महिला की उम्र 32 साल बताई गई है अगर बात करें महिला के परिवार की तो महिला के परिवार में कोई भी नहीं है। उसके माता-पिता की एवं भाई-बहन की एक्सीडेंट के दौरान मृत्यु हो चुकी है। जांच में यह भी सामने आया कि महिला के पिता की किदवई अहमद रोड मुंबई में खोली है,जोकि महिला के ही नाम है महिला बच्चे के बदले में उस खोली को बेचकर फैजान को 15 लाख रुपए देने वाली थी।