अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : क्राइम ब्रांच सेक्टर -30 ने छह दिन पूर्व एक ओला कंपनी के एक कार चालक ने अपने सवारी को धोखा देकर गाडी में रखे 45 लाख रूपए से भरे हुए बैग को लेकर भाग जाने का मामला सुलझा लेने का दावा किया हैं। इन प्रकरण में पुलिस ने टैक्सी चालक के तीन साथियों को गिरफ्तार किया हैं और उसके कब्जे से 38 लाख 20650 रूपए बरामद किए हैं। इस केस के मुख्य आरोपी कार चालक अब भी फरार हैं जिसे जल्द गिरफ्तारी किए जाने की बात पुलिस कह रहीं हैं व वारदात में शामिल एक मोटर साइकिल को भी बरामद किया हैं।
क्राइम ब्रांच सेक्टर -30 प्रभारी संदीप मोर का कहना हैं कि उनकी टीम ने आज उत्तरप्रदेश के मथुरा निवासी मुकेश, सदर पलवल के मिट्रोल निवासी सतबीर व इंद्रा नगर , मुजेसर हाल 22 फुट रोड ,मकान नंबर -45 /3 निवासी कमल को गिरफ्तार किया हैं। उनका कहना हैं कि इस केस के मुख्य आरोपी कार चालक राजेश अब भी फरार हैं जिसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पकडे गए आरोपियों के पास से 38 लाख 20650 नगद बरामद किए हैं और इसके साथ में वारदात में शामिल बाइक को भी बरामद किया गया हैं। उनका कहना हैं कि 26 जनवरी के दिन ओल्ड फरीदाबाद थाने में एक मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें भारतीय दंड सहिंता की धारा 420 व 406 को दर्शाया गया था। इस केस में शिकायत कर्ता पंकज ने दर्ज मुकदमें में कहा था कि फोन करके उन्होनें ओला कंपनी के टैक्सी को दिल्ली जाने के लिए बुलाया था और उसे कहा था कि कैश लेकर जाना हैं। उनका कहना हैं कि इससे पहले भी वह लोग उसकी गाडी को कई बार इस्तेमाल कर चुके थे। इस कारण से उस कार चालक राजेश पर पूरा भरोसा था वह लोग उसकी कार में नोटों से भरा बैंग रख कर दिल्ली के लिए चल दिए
जैसे ही वह लोग ओल्ड फरीदाबाद नेशनल हाइवे दो स्थित फ्लाई ओवर पर पहुंचे तो कार चालक राजेश ने कार में तकनिकी खराबी बता कर सड़क किनारे में कार को रोक दी और बोनट को खोल कर उसे ठीक करने लगा। इसके थोड़ी देर के बाद अपनी गाडी में आकर बैठ गया और कार में बैठे अपनी सवारी को धक्का लगाने को कहा जैसे वह लोग कार से उत्तर कर पीछे से कार में धक्का लगाने लगे तो कार चालक कार सहित नोटों से भरे हुए बैग को लेकर फरार हो गया। उनका कहना हैं कि इस केस की इसके आगे की कार्रवाई की जिम्मेदारी पुलिस कमिश्नर अभिताभ सिंह ढिल्लो ने क्राइम ब्रांच सेक्टर -30 को सौपी गई थी। उनकी टीम ने इस केस की जांच करते हुए मुकेश, सतवीर व कमल सिंह को गिरफ्तार कर लिया हैं। उनका कहना हैं कि पूछताछ में खुलासा हुआ हैं कि कार चालक राजेश द्वारा इस वारदात को अंजाम देने की साजिश पहले ही रच चूका था व इसके लिए उसने अपने तीन साथी मुकेश,सतवीर व कमल को तैयार कर लिया था। उनका कहना हैं कि जैसे ही शिकायतकर्ता पंकज ने कार चालक राजेश को कार लेकर आने को कहा तो वह लोग हरकत में आ गए और सोची समझी साजिश के तहत कार चालक राजेश ने अपने सवारी पंकज व उसके साथियों को धोखा देकर उनके नोटों से भरे बैग को लेकर फरार हो गया जिसमें 45 लाख रूपए रखे हुए थे। उन्होंने दावा किया हैं कि इस केस मुख्य आरोपी राजेश को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।