अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: क्राइम ब्रांच सेंट्रल की टीम ने आज धोखाधड़ी के मामले में एक आरोपित को अरेस्ट किया है। अरेस्ट किए गए आरोपित का नाम राम सिंह ,उम्र 52 है जो राजस्थान के करौली गांव का रहने वाला है। गत 12 मार्च 2024 को बीपीटीपी थाने में धोखाधड़ी की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें शिकायतकर्ता हरवीन ने बताया कि उसकी सेक्टर-88 मार्केट में किराना की दुकान है। दुकान पर अक्सर राम सिंह सामान लेने आता था। उसने अपने आप को एक्स आर्मी ऑफिसर बताया और आर्मी का आईडी कार्ड दिखाया तो उन्हें उस पर बिल्कुल विश्वास हो गया। आरोपित राम सिंह ने बताया कि उसका साला कस्टम ऑफिसर है और वह ₹35000 प्रति तोले के हिसाब से सस्ते दामों पर सोना दिला सकता है। दुकानदार को लालच आ गया और उसने सोना लेने के लिए अपने रिश्तेदारों से पैसे लेकर 30.80 लाख रुपए जमा किए थे।
गत 18 फरवरी को आरोपित अपनी इनोवा गाड़ी लेकर आया और दुकानदार और पैसों को लेकर टनकपुर के लिए निकल पड़ा। इसके पश्चात टनकपुर से 17 किलोमीटर पहले एक गुरुद्वारे के बाहर दुकानदार को उतारकर बोला कि वह आधे घंटे में सोना लेकर आएगा। दुकानदार ने काफी देर तक वहां इंतजार किया परंतु 2 घंटे तक भी जब वह नहीं आए तो उसने आरोपित को फोन किया लेकिन आरोपित ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था। दुकानदार को अपने साथ धोखाधड़ी का एहसास हुआ। आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके आरोपित को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई जिसमें क्राइम ब्रांच की टीम ने तकनीकी तथा गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर आरोपित को भोपाल से अरेस्ट कर लिया। आरोपित के कब्जे से वारदात में प्रयोग इनोवा गाड़ी तथा 1.50 लाख रुपए बरामद किए गए। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपित शातिर किस्म का ठग है जो कई जगह धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दे चुका है। वर्ष 2010 में आरोपित ने अपने ही गांव के व्यक्ति के साथ नौकरी लगाने के नाम पर करीब 8 लाख रुपए की ठगी की थी। इसके अलावा उसने दिल्ली में भी 4 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। दुकानदार से धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देने के पश्चात आरोपित पैसे लेकर जयपुर गया और वहां मुथूट फिनकॉर्प में अपनी पत्नी के रखे 10 लाख रुपए में गिरवी रखे गहने छुड़ाकर लाया। आरोपित ने बताया कि उसने 2.85 लाख रुपए फिनकॉर्प फाइनेंस को 7.50 लाख रुपए अपने एक दोस्त टोनी तथा 3 लाख रुपए दूसरे दोस्त ओमवीर का उधार चुकाया तथा अपनी पत्नी को 1.70 लाख रुपए का फोन लाकर दिया। उसने 50 हजार रुपए के गाड़ी के टायर डलवाए। पुलिस द्वारा आरोपित को अदालत में पेश करके छः दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है जिसमें आरोपित के कब्जे से बाकी के पैसे तथा गहने बरामद किए जाएंगे।
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