अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:साइबर थाना पुलिस की टीम ने नौकरी दिलाने के नाम आमजनों से ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस तीनों आरोपितों को अलग-अलग राज्यों से अरेस्ट किया है। अरेस्ट किए गए तीनों आरोपितों के नाम जुल्फिकर निवासी गाँव रसूलपुर ,पोस्ट बाबूगढ़, हापुड़, उत्तर प्रदेश, इमरान निवासी गाँव छछाऊ दातागंज, बंदायू , उत्तर प्रदेश हाल जहांगीरपुरी दिल्ली और आसिफ निवासी गाँव निहाल विहार है।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपिति जुल्फिकार और आसिफ को निहाल विहार, दिल्ली से गत 12 नवम्बर को व इमरान को गत13 नवम्बर को फरीदाबाद से अरेस्ट किया गया है। आरोपित 3 दिन की पुलिस रिमांड पर थे। आरोपितों ने इंदिरा एनक्लेव सेक्टर- 21 डी फरीदाबाद के रहने वाले दिग्विजय सिंह एस्कोर्ट सर्विस कॉल बॉय की जॉब दिलाने के नाम पर खातो में विभिन्न शुल्कों के नाम पर करीब 1,49,800 रुपये धोखाधड़ी से ठगने के बारे साइबर थाना में प्राप्त हुई जिस पर थाना साइबर टीम ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी। साइबर पुलिस टीम ने घटना का खुलासा करते हुए दिग्विजय सिंह के साथ हुई ठगी में प्रयुक्त मोबाइल पर हुई अलग-अलग मोबाइल से बात की जांच की जिनके बारे में सभी के बारे में जानकारी ली गई। निरीक्षक बसंत कुमार प्रबंधक थाना साइबर फरीदाबाद के नेतृत्व में साइबर पुलिस टीम ने टेक्नोलॉजी की मदद और कड़ी मेहनत से आरोपित जुल्फिकार और आसिफ को निहाल विहार ,दिल्ली से, इमरान को फरीदाबाद से अरेस्ट करने में कामयाबी हासिल की है। साइबर थाना प्रबंधक बसंत कुमार ने बताया कि लोगो को ठगने के लिए आरोपित लोगो के पास फ़ोन करके उनको नौकरी दिलवाने के नाम पर कॉल करते व उनके बारे में सभी निजी जानकारियां लेकर उनको नौकरी दिलाने का लालच दिखाकर उनको अपने जाल में फंसा कर अपने खातों में पैसे डलवा लेते थे। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि उनके द्वारा पूरे भारत वर्ष में काफी वारदातों को अंजाम दिया है। जिनके बारे में आरोपितों ने खुलासा किया है जो संबधित सभी पुलिस थानो को सूचित किया जा चुका है। जांच में पता चला है कि आरोपितों के फर्जी बैंक खाते में पिछले 1 साल में करीब 30-35 लाख रुपये का लेन देन पाया गया है। आरोपितों को आज पुलिस रिमांड पूरा होने पर पेश अदालत कर जेल भेज दिया गया है।