अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: उपायुक्त यशपाल ने कहा कि बढ़ती गर्मी, गर्म हवाओं व लू से बचने के लिए जिलावासियों को काफी एहतियात बरतने की सलाह दी जाती है। इस मौसम में दिन में सभी को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए तथा तेेज धूप में बाहर निकलने से बचना चाहिए। अगर बाहर निकलना जरूरी है तो हल्के रंग व ढीली फीटिंग के सूती कपड़े पहनें व सिर को ढककर निकलें। उपायुक्त ने बताया कि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग हरियाणा की ओर बढ़ती गर्मी से बचने संबंधी एहतियात जारी की गई हैं। इन हिदायतों में बताया गया है कि गर्म हवाओं व लू से शारीरिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे व्यति की मृत्यु भी हो सकती है।
गर्म हवाओं व लू के प्रभाव को कम करने तथा गर्मी स्ट्रोक की वजह से गंभीर बीमारी या मृत्यु को रोकने के लिए जरूरी एहतियात बरतना जरूरी है। उपायुक्त ने बताया कि गर्मी के मौसम की स्थानीय जानकारी के लिए रेडियो, टीवी व समाचार पत्र पढे, जिससे गर्म हवा व लू के बारे में सूचना व एहतियात के बारे में पता लग सके। यात्रा करते समय साथ में पानी अवश्य रखें। तेज धूप में बाहर न निकलें, यदि जरूरी है तो चश्मा, छाता, पगड़ी, गमछा, दुपट्टा, टोपी, जूते आदि का प्रयोग अवश्य करें तथा सिर, गर्दन, चेहरे आदि पर नम कपड़ा रखें तथा पूरा शरीर ढककर रखें। शरीर को पुन हाइड्रेट करने के लिए ओआरएस या घर का बना पेय जैसे लस्सी,नींबू-पानी व छाछ आदि का प्रयोग करें। अपना घर ठंडा रखें और दिन के दौरान परदे, दरवाजे, शटर का उपयोग करें और रात के समय खिड़कियों को खुला रखें। ठंडे पानी से स्नान करें। कार्यस्थल के पास ठंडा पानी रखें। श्रमिकों को इस दौरान प्रत्यक्ष सूर्य के समक्ष होने वाले कार्यों से बचना चाहिए। कोशिश करें कि श्रम वाले कार्य दिन के ठंडे समय के दौरान किए जाएं।
उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं,मजदूरों का चिकित्सकीय परामर्श की स्थिति में अतिरिक्त ध्यान रखा जाए। गर्मी के स्ट्रोक, गर्मी से दाने या ऐंठन जैसे कि कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, मितली और दौरे के लक्षण आना तथा बेहोश या बीमार महसूस होने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श करें। अपने घर के जानवारों व पालतू पशुओं को बाहर न छोड़े, बल्कि उन्हें छाया में रखें तथा बार-बार पानी पिलाते रहे। पक्षियों के लिए छाया में पानी रखें।
उपायुक्त ने बताया कि दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर जाने से बचें व भारी काले व तंग कपड़े पहनने से बचें। तापमान अधिक होने की स्थिति में श्रम के कार्य करने से बचें। दिन के गर्म समय में खाना पकाने से बचें और खाना बनाते समय दरवाजे और खिड़कियां खुली रखें। उच्च प्रोटीन युक्त व बासी भोजन न खाएं। शराब, चाय काॅफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचें, जो शरीर में पानी की कमी करते हैं। इसी प्रकार खड़े किए गए वाहन में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोड़ें।