अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : डीएलएफ क्राइम ब्रांच ने ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर -86 स्थित एसआरएस हिल सिटी सोसायटी की एक फ्लैट में घटित हुए दोहरे हत्याकांड की गुथ्थी सुलझा लेने का दावा किया हैं पुलिस की मानें तो दोनों मृतकों की हत्या उसके अंगरक्षकों ने एक सोची समझी साजिश के तहत की थी।इस मामले में पुलिस ने आरोपी दोनों अंगरक्षकों को गिरफ्तार कर लिया हैं।
क्राइम ब्रांच प्रभारी अशोक कुमार बतातें हैं कि बीते 30 अक्टूबर की रात को ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर -86 स्थित एसआरएस हिल सिटी सोसायटी के ए ब्लॉक के दसवीं मंजिल की फ्लैट नंबर -1002 में रात के वक़्त प्रेम व नरेंद्र उर्फ़ कल्लू की गोली मार कर हत्या कर दी थी के बाद बदमाश लोग घटना स्थल से दरवाजे को बहार से ताला लगा कर फरार हो गए थे। उनका कहना हैं कि इसके बाद यह मुकदमा भूपानी थाना में दर्ज किया गया था जिसकी जांच की जिम्मेदारी पुलिस कमिश्नर हनीफ कुरैशी ने डीएलएफ क्राइम ब्रांच को सौपी थी।
उनका कहना हैं कि इस मामले की जांच हेतु उन्होनें एक टीम गठित की गई जिसमें उप -निरीक्षक संदीप, सहायक उप -निरीक्षक असरुद्दीन, अश्वनी, हवलदार आनंद सिंह, ईश्वर सिंह, सिपाही सहदेव, प्रीतम सिंह को शामिल किया गया। जब इस टीम ने मामले की जांच शुरू की तो उसका शक मृतक प्रेम व नरेंद्र उर्फ़ कल्लू के अंगरक्षकों तक जा पहुंचा। उनका कहना हैं कि मृतकों के अंगरक्षकों मनीष चौधरी व सागर को पूछताछ हेतु हिरासत में लिया गया और जब दोनों से गहनता से पूछताछ की तो दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी मनीष चौधरी व सागर ने खुलासा किया कि प्रेम व नरेंद्र उर्फ़ कल्लू की हत्या एक सोची समझी साजिश के तहत की गई हैं।
उनका कहना हैं कि साजिश के तहत एक मास्टर माइंड हैं जिसनें मृतक प्रेम व नरेंद्र उर्फ़ कल्लू के पास अंगरक्षक लगवाया जिससे दोनों मृतकों प्रेम व नरेंद्र उर्फ़ कल्लू की गतविधियों पर नजर रख सकें और उसकी हत्या कर सकें इस एवज में मास्टर माइंड ने कहा था कि जब इन दोनों की हत्या करना उसकी सूचना पहले उसे अवश्य दे दें ताकि वह आगे से पैसा उठा सकें और वहां से जो पैसा उठाएगा उसका तीसरा हिस्सा आरोपी अंगरक्षक मनीष चौधरी व सागर को मिलना था जो हत्या के बाद मास्टर माइंड जो शख्स हैं वह इन लोगों से संपर्क खत्म कर दिया। उनक कहना हैं कि यह दोनों हत्या आरोपी मनीष चौधरी व सागर ने यह भी प्लानिंग की थी प्रेम व नरेंद्र उर्फ़ कल्लू की हत्या करने के बाद दोनों को कमरे में बंद कर दिया। इसका घटना का पता लोगों को चार से पांच दिनों के बाद चल सकेगा और वह लोग मास्टर माइंड से पैसा लेकर रफू चक्कर हो जाएगें पर मृतकों के परिजनों को दूसरे दिन ही इस घटना का पता चल गया और दोहरे हत्याकांड के आरोपी अंगरक्षक मनीष चौधरी व सागर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।