फरीदाबाद : डीएलएफ क्राइम ब्रांच ने आज ग्रेटर फरीदाबाद की चिरसी गांव के एक खेत में एक कटी हुई अवस्था में मिली अज्ञात लाश की गुथ्थी सुलझा लेने का का दावा किया हैं। मृतक जाहिद की हत्या की वजह ,एक किडनैपिंग की रची गई साजिश से पीछे हटना बताया गया हैं। इस मामले में क्राइम ब्रांच पुलिस ने मृतक जाहिद के दोस्त को गिरफ्तार किया हैं। दोनों एक मजदूरी का काम एक साथ किया करते थे।
क्राइम ब्रांच प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि बीते 28 अक्टूबर को नहरपार के चिरसी गांव में जयराम वकील के खेत में एक कटा हुआ हाथ मिला था जिसके बाद यह खबर पूरे गांव में आग की तरह फ़ैल गई के बाद मौके पर गांव के मौजूद लोग पहुंच गए। उन लोगों का कहना था कि किसी शख्स की हत्या करने के बाद यहां पर कटा हुआ हाथ फेंक गया हैं। इसके बाद उन्होनें इस मामले की छानबीन करते हुए वह पुराने व बंद पड़े निर्माणधीन बिल्डिंग में पहुंच गए तो वहां पर देखा कि सड़ी -गली अवस्था में एक लाश मिली जिसके हाथ नहीं थे।उनका कहना हैं कि गांव चिरसी निवासी सूबे सिंह की शिकायत पर भूपानी थाना में भारतीय दंड सहिंता की धारा 302 व 201 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसकी आगे की कार्रवाई की जिम्मेदारी डीएलएफ क्राइम ब्रांच को सौपी गई थी।
उनका कहना हैं कि इस मामले की जब जांच शुरू की गई तो उसका शक मालदा ,पश्चिम बंगाल निवासी निजामुद्दीन के ऊपर गया। उनका कहना हैं कि जब निजामुद्दीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने कबूल की कि वह और जाहिद एक बच्चे की किडनैपिंग की योजना बनाई थी और बाद में जाहिद रची गई साजिश से पीछे हटने लगा। इससे उसके मन में यह डर बैठ गया की कहीं किडनैपिंग की बात को किसी और को जाहिद बता न दें। इस वजह से जाहिद को धोखे से बुला कर करीब 10 सालों से बंद पड़े एक निर्माणधीन बिल्डिंग में ले गया और वहां पर उसे ईटों से पीट -पीट कर निजामुद्दीन ने हत्या कर दी। उनका कहना हैं कि आरोपी निजामुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया हैं।