अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रधान सलाहकार (शहरी विकास) डीएस ढेसी ने कहा कि शहर में जितनी भी बड़ी विकास योजनाएं चल रही हैं वह महत्वपूर्ण हैं और आमजन से जुड़ी हुई हैं। ऐसे में सभी विभाग इनको समय पर पूरा करें और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्य के लिए सख्ती से काम लें ताकि किसी भी कार्य को पूरा करने में कोई दिक्कत न आए। ढेसी शुक्रवार को लघु सचिवालय में जिला फरीदाबाद की विभिन्न विभागों की 25 करोड़ रुपये या उससे उपर की विकास परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उनके साथ विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल मलिक, एचएसवीपी की प्रशासक डा. गरिमा मित्तल, उपायुक्त विक्रम सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त आनंद शर्मा सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
मीटिंग में उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने फरीदाबाद शहर के विकास को गति देने के लिए वर्ष 2023-24 के लिए कुल 878.23 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है। इसमें वर्ष 2031 की जनसंख्या को देखते हुए बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए विभिन्न परियोजनाओं को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जितनी भी योजनाओं को मंजूरी दी हैं और जो भी विकास योजनाएं चल रही हैं उन सभी को समय पर पूरा करें। उन्होंने क्रमश: एफएमडीए, नगर निगम, एचएसवीपी, स्मार्ट सिटी, एचएसवीपी सहित सभी विभागों की योजनाओं की क्रमश: समीक्षा की।
फरीदाबाद शहर के नवीनीकरण के क्रियान्वयन के लिए यह की समीक्षा
मीटिंग में वल्र्ड स्ट्रीट के पास अमोलिक चौक से डीपीएस चौक तक 75 मीटर परिधि की सड़क की विशेष मरम्मत,जल आपूर्ति योजना का विस्तार, मास्टर सीवरेज योजना फऱीदाबाद (ग्राम बादशाहपुर), 08 अदद विकेन्द्रीकृत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कर अपशिष्ट जल का उपचार, इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) मॉडल पर, 03 अतिरिक्त रोड, पुलिस लाइन रोड, ओल्ड शेरशाह सूरी रोड और लिंक रोड का विकास, बडख़ल झील का मरीना विकास, सड़क का चौड़ीकरण और फुटपाथ का निर्माण, बोध विहार से आईटीआई, आईटीआई से नीलम चौक, नीलम चौक से हार्डवेयर चौक, बोध विहार से हार्डवेयर चौक, राजा नाहर सिंह क्रिकेट स्टेडियम का आधुनिकीकरण निर्माण, नगर निगम कार्यालय भवन निर्माण, ओल्ड फरीदाबाद में सिविल डिस्पेंसरी का 30 बिस्तरों वाले अस्पताल के लिए अपग्रेडेशन सहित कई विकास कार्यों पर चर्चा की गई। मीटिंग में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे, जेवर एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की गई।