अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : नकली बिल जरिए से सरकार को 8 से 10 करोड़ रुपए की जीएसटी का चूना लगाने के मामले में आज दो आरोपियों को केंद्रीय जीएसटी विभाग की फरीदाबाद टीम ने गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान बल्लभगढ़ निवासी कारोबारी मनोज अग्रवाल और ओल्ड फरीदाबाद निवासी अनिल कुमार के रूप में हुई है। इनके खिलाफ जीएसटी अधिनियम 2017 की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मनोज अग्रवाल रबड़ कारोबारी हैं और जीएसटी के लिए पंजीकरण कराया हुआ है। आरोप है कि बिना कोई कच्चा माल बेचे अनिल कुमार नाम का व्यक्ति फर्जी बिल बनाकर मनोज अग्रवाल को देता था।
मनोज तैयार माल बेचते समय इस बिल पर इनपुट-टैक्स क्रेडिट(उत्पादन-सामग्री पर लगे कर के लाभ का दावा) ले लेता था। इस तरह उसे जीएसटी की देनदारी में छूट मिल जाती थी। टीम के एक अधिकारी ने बताया कि जीएसटी लागू होने के बाद से ही दोनों इस फर्जीवाड़े में जुटे हुए थे। प्रारंभिक जांच में अब तक उनके द्वारा 8 से 10 करोड़ का चूना लगाए जाने का अनुमान है। टीम को जांच के दौरान उनकी यह कारस्तानी पकड़ में आई, तो मामले की गहनता से जांच की गई। पूरी तसल्ली होने के बाद टीम ने बृहस्पतिवार को छापेमारी कर दोनाें को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से फर्जी बिल, लैपटाॅप व अन्य कागजात जब्त किए गए हैं। टीम ने दोनों को अदालत में पेश किया। अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया है। फरीदाबाद में जीएसटी में गड़बड़ी के आरोप में गिरफ्तारी का यह पहला मामला है। जीएसटी टीम का कहना है कि आने वाले दिनों में इस तरह के और भी मामले सामने आ सकते हैं।