अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : पांच गांवों के किसानों ने आज सेक्टर -12 स्थित लधु सचिवालय के प्रांगण के मुख्य द्वार पर धरना -प्रदर्शन किया और मुख़्यमंत्री मनोहर लाल ,कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर व जिला उपायुक्त अतुल कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।किसानों की मानें तो उनसे जिला उपायुक्त अतुल कुमार ने ज्ञापन लेने के बजाए अपने गाडी को वहीँ छोड़ कर चोर दरवाजे से कहीं और निकल गए के बाद अतिरिक्त उपायुक्त जितेंद्र दहिया उनके बीच पहुंचे और किसानों से ज्ञापन प्राप्त किया।
प्रदर्शन कर रहे पांच गांवों के किसानों का कहना हैं कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर, उनके मंत्रियों व जिला उपायुक्त अतुल कुमार ने पांचों गांवों मच्छगर, मुजेड़ी,चंदावली, सोतई व नवादा के किसानों के साथ धोखा दिया हैं बल्कि यह कहे की किसानों के साथ छल किया हैं तो कोई गलत नहीं होगा। उनका कहना हैं कि आईएमटी के लिए 2006 में जो जमीनों को अधिग्रहण किया था। उस मसलें में हाईकोर्ट ने जिला प्रशासन को आदेश दिया था कि किसानों को बढे हुए रेट 1230 रूपए गज के हिसाब से मुआवजा दिए जाए जिस पर जिला प्रशासन ने वर्ष -2014 से लेकर अब तक कोई अमल नहीं किया जिससे किसानों में काफी नाराजगी हैं।
उनक कहना हैं कि जब अपनी मांगों को लेकर किसानों ने धरना- प्रदर्शन किया उस दौरान जिला प्रशासन के अधिकारीयों के सम्मानों को ध्यान में रखते हुए उनके दिए गए अश्वानों पर विश्वास करके अपना अनशन खत्म कर दिया पर अधिकारीयों ने उनके साथ छल किया हैं। उनका कहना हैं कि आज पांचों गांवों के बुजुर्ग किसान लोग करीब दो घंटों से लधु सचिवालय के मुख्य द्वार के सामने जमीन पर बैठ कर जिला उपायुक्त अतुल कुमार के आने का इंतजार कर रहे हैं ताकि उनके हाथों में अपना ज्ञापन सौप सकें पर उपायुक्त अतुल कुमार ने किसानों से मिलने के बजाए किसी पीछे के चोर दरवाजे से चुपके से निकल गए। यहां तक की वह अपनी सरकारी गाडी को वहीँ छोड़ गए और किसी और गाडी से निकल गए जिससे किसानों की नाराजगी और जाएदा बढ़ गई।