अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: अर्बन इंप्रूवमेंट कंपनी के अधिकारियों की खामोशी और डीटीपी इंफोर्समेंट विभाग की लापरवाही के चलते ग्रीन फील्ड कॉलोनी, जो कि यह रिहायशी कॉलोनी हैं, में जो चाहे चार मंजिल में अवैध रूप से अवैध निर्माण करके धोखे से खरीदारों को लूट लेते हैं, जो चाहे रिहायशी मकानों में ओयो होटल खोल देते हैं, कोई स्पा सेंटर खोल लेते हैं, और रिहायशी मकानों में अवैध रूप से बने दुकानों में स्पा खोल लेते हैं, कोई रेस्टोरेंट खोल लेते हैं, कोई रेहड़ी- पटरी लगा कर अपनी दुकानें लगा लेता हैं, कोई महीनों तक धर्म के नाम पर भंडारा चला लेता हैं , कोई हार्डवेयर की दुकानें खोल लेते हैं, इन्हें तो रोकने वाला कोई भी नहीं हैं, कोई भी कुछ भी खोल लेते हैं।
इस मामले में डीटीपी इंफोर्स्मेंट राजेंद्र टी शर्मा का कहना हैं कि पिछले दिनों ग्रीन फील्ड से ओयो होटल की 7 शिकायतें सीएम विंडो के जरिए उनके पास आई थी, जिसकी जांच करवाई गई थी, में तो 3 कमर्शियल काम्प्लेक्स में थी, एक आर्डर ले कर आ गया था , और बचे तीन ओयो होटल को सील कर दिया गया था। अब जो “अथर्व न्यूज़” के जरिए ग्रीन फील्ड के प्लॉट नंबर -1894 हैं जो निर्माणाधीन हैं, जो चार मंजिल की हैं। इसके पीछे के दोनों हिस्सों में एक्स्ट्रा कवरेज बिल्डर के द्वारा किया गया हैं, जो खरीदने वाले ग्राहक के साथ बहुत बड़ा धोखा हैं। इस बारे में बिल्डर विजय मल्होत्रा का कहना हैं कि उन्होनें ये बिल्डिंग तो बनाई हैं,पर प्लानिंग के हिसाब से उन्होनें बनाई हैं, उनके इस बिल्डिंग में कोई भी अवैध निर्माण नहीं हैं। इस बिल्डिंग की तस्वीर डीटीपी इंफोर्समेंट राजेंद्र शर्मा को उनके व्हाट्सएप पर भेज दी गई, क्योंकि जांच करना और कार्रवाई करना उनका काम हैं।
इसके अतिरिक्त जो भी रिहायशी मकानों में स्पा, ओयो होटल व अन्य कारोबार चल रहे हैं, उस की भी जल्द ही सम्बंधित कनिष्ठ अभियंता (जई) को भेज कर चेक करवाई जाएगी, ऐसी इन सभी दुकानों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। असल में रिहायशी में दुकानें खोलना गलत हैं, पर इसे रूटीन में सर्वे करके रिपोर्ट के माध्यम से डीटीपी एनफोर्समेंट विभाग को समय -समय पर अवगत कराना कालोनीनाईजर, यूआईसी के अधिकारियों का काम हैं, पर ये लोग कंपनी से तनख्वाह लाखों में तो ले लेते हैं, पर इस दिशा में कोई काम नहीं करते हैं,
जिससे ग्रीन फील्ड के हजारों निवासियों को राहत मिले, इनकी नाकामी की वजह से करोड़ों में फ्लेट्स खरीद कर अपने आप को अशांति और ठगा सा महसूस कर रहे हैं। इस मामले में यूआईसी के महाप्रबंधक प्रवीण चौधरी से व्हाट्सएप कॉल करके, उनसे इस मामले में उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई, पर उन्होनें अपना फोन एक बार भी नहीं उठाया। अगर उनका कॉल आता हैं तो उनकी प्रतिक्रिया इस खबर में एड कर दी जाएगी।
स्पा सेंटर के लिए किराए पर दुकान देने वाले अमृत लाल से “अथर्व न्यूज़ ” ने फोन पर बात की तो उन्होनें जिस शख्स को स्पा के लिए अपनी दुकान दी हैं, उसके पास स्पा चलाने का लाइसेंस हैं, और उसकी पुलिस वेरिफिकेशन भी हो चुकी हैं, कहा उनके बाद तो 4 -5 स्पा सेंटर तो और खुल गया जब उनसे पूछा गया की आपकी दुकान तो रिहायशी मकान में हैं, फिर उन्होनें बात करते हुए हैं अपना फोन बंद कर दिया।
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