अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: बल्लभगढ़ आईएमटी मेंं प्लॉट,परिवार के सदस्य को नौकरी और बढे हुए मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसानों के सब्र का बांध आज उस वक्त टूट गया जब सैंकडों किसान एंव महिलाएं केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कार्यालय की ओर कूच कर रहे थे जहां कार्यालय पहुंचने से पहले ही भारी पुलिस बल ने किसानों को रोक दिया। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच जमकर झडप भी हुई और गुस्साएं किसानों ने बीच सडक पर सीएम मनोहर लाल खट्टर, केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर व विधायक टेकचंद शर्मा का पुतला फूंक कर तीनों की मौत का रो – रोकर मातम मनाया।
पांच गांवों के किसानों ने मांगों को लेकर सरकार मुर्दाबाद के जमकर नारेवाजी की और वर्ष -2019 के चुनावों में अंजाम दिखाने की चुनौती दी। किसानों -पुलिस के बीच हुई झड़प का वीडियो और केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर व किसान क्या कहते आप स्वंय वीडियो में देख व सुन सकतें हैं। पृथला विधानसभा स्थित आईएमटी के पांच गांवो के सैकडों किसानों और महिलाओं ने अपनी मांगो को लेकर फरीदाबाद सैक्टर 28 स्थित केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कार्यालय के समीप सीएम मनोहर लाल खट्टर, केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और विधायक टेकचंद शर्मा के पुतले जलाकर उनकी मौत पर मातम मनाया । मौत का मातम मनाते हुए ये किसान महिलाएं किसी अपने के मरने का मातम नहीं मना रही है बल्कि सीएम, केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और विधायक टेकचंद शर्मा का शौक मना रही हैं। आपको जानकारी हेतु बतादें कि पिछले 42 दिनों से गांव चदांवली, मच्छगर, सौतई, बुखार पुर सहित पांच गांवो के किसान बढे हुए मुआवजे, प्लाट और नौकरी की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। किसान आज सैकडों की संख्या में ट्रैक्टर व अन्य वाहनों पर सवार होकर केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कार्यालय पर प्रदर्शन कर अपनी मांगों को मनवाने के लिए चले थे पर पुलिस प्रशासन ने उन्हें कार्यालय से करीब पांच सौ मीटर की दूरी पर ही बैरिेकेटिंग कर रोक दिया।
किसानों ने रोड पर ही पुतला जलाया और मातम मनाकर प्रदर्शन किया। किसानों की मानें तो उनकी जमींन सस्ते दामों उनसे ले ली गई जो वायदे जमीेंन लेने से पहले किए गए थे वे पूरे नहीं किए गए, उसके वावजूद भी उन्हीं जमीन में से उन्हे भारी कीमतों पर प्लॉट दी जा रही हैे जिसको लेकर वे प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, भारी पुलिस बल और किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दुकानदार अपनी दुकानें बंद करते हुए नजर आए जिनका कहना था कि उन्हें डर है कि किसान और पुलिस की झडप में उनकी दुकानों में तोडफोड न हो जाएं इस लिए वो अपनी दुकानें बंद कर घर जा रहे हैं।उधर, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि वो सुबह 9 बजे से किसानों की समस्याएं सुनने के लिए बैठें हैं, उनका कहना हैं कि किसान इस मांग को लेकर कुछ लोग राजनितिक कर रहे हैं,जहां तक खटटर व मोदी जी सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया हैं यह आरोप बिल्कुल निराधार हैं इन किसानों इससे पहली की सरकार ने किसानों को लूटा हैं। उनका कहना हैं कि भाजपा सरकार ने अभी तक किसी भी किसानों की जमीनों को अधिगहण किया हैं और इसके आगे भी नहीं करने वाली हैं।उनका कहना हैं कि किसानों की जो जायज मांगें हैं और उसमें जो वह कर सकतें हैं उसके लिए किसान उनसे मिल सकतें हैं और वह तैयार हैं।