अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: नगर निगम फ़रीदाबाद द्वारा गांव मिर्जापुर गांव व सिही के पास लगभग पंद्रह एकड़ जमीन पर कचरे का डंपिंग यार्ड बनाने की योजना गाँव वासियों व आस पास के सेक्टर निवासियों के विरोध व नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के फ़ैसले के बाद वापिस ले ली गई थी। लेकिन बीते सप्ताह गत 22 सितम्बर को नगर निगम फरीदाबाद ने यह ज़मीन टाइल्ज़ व क्रेशर की यूनिट्स लगाने के लिए दे दी लेकिन इसका विरोध करने के लिए एक बार फिर गाँव वासियों व सेक्टर वासियों ने क्रेशर की मशीनों को लेकर आई गाड़ियों को समझा बुझा कर वापिस जाने पर मजबूर कर दिया ।
इस विषय पर रविवार को गांव मिर्जापुर में पूर्व सरपंच महिपाल आर्य द्वारा बंदा बैरागी हाल में विचार विमर्श के लिए सभा का आयोजन किया गया। इसमें मिर्ज़ापुर, सिही, नीमका , बडोली, फज्जपुर गाँव, मिर्जापुर डेयरी जोन व सेक्टर 7 ,8 ,75,76,77,78, पॉम रेज़िडेन्सी, एलिट फ़्लोर पार्ट 1 व पार्ट 2, के॰एल॰जे॰, डिस्कव्री पार्क के निवासी एकत्रित हुए व इस समस्या के पूर्णरूपेण निवारण के लिए विचार विमर्श व मंथन किया गया ।इस विचार विमर्श में मिर्जापुर के पूर्व सरपंच महिपाल आर्य, अधिवक्ता विंग कमांडर सतिंदेर दुग्गल ( से.नि.), पारस भारद्वाज, राव नरवीर, शेरी सक्सेना,रूपा सोम सुंदरम व अन्य ने अपने विचार रखे । इस विचार विमर्श में प्रशासन व सरकार से इस ज़मीन पर वन विकसित करने, सरकारी पशु हॉस्पिटल व वेटनरी कॉलेज ,स्वास्थ्य केंद्र,हरियाणा टूरिज्म द्वारा सूरजकुंड मेले की तर्ज पर वार्षिक मिर्ज़ापुर मेला,हरियाणा की संस्कृति व इतिहास को संजोकर रखने व बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक केंद्र बनाने,फूलों फलों व औषधि के पेड़ पौधों की नर्सरी बनाने, दिल्ली हाट की तरह फ़रीदाबाद या गाँव का हाट बनाने, अक्षरधाम की तर्ज पर मंदिर बनाने, दिल्ली चिड़ियाघर जैसा चिड़ियाघर बनाने, फ़रीदाबाद व ग्रेटर फरीदाबाद में पीने के पानी का संग्रहण करने, एफएमडीए का ऑफिस बनाने, एमसीएफ़ का नहरपार ऑफ़िस बनाने जैसे विकल्पों पर विचार करने का अनुरोध किया व ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया व यह भी निर्णय लिया गया की रविवार 10 अक्टूबर से इस क्षेत्र में वन विकसित किए जाने के लिए बड़े पैमाने पर पौधारोपण प्रारम्भ किया जाएगा।
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