अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : क्राइम ब्रांच बॉर्डर ने आज एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया हैं जिसे सेक्टर -28 स्थित एक कोठी में ग्राहक को हीरे के आभूषण की होम डिलेवरी दे आया था। इसके बाद जो 80000 रूपए उसे मिले व बचे हुए हीरे के आभूषणों को लेकर रास्ते से ही फरार हो गया था। पुलिस की माने तो पकड़े गए आरोपी रंजीत के कब्जे से नगद 45000 रूपए , 5 हीरे की अंगूठी, एक हीरे का एक कड़ा व दो हीरे की झुमकी बरामद किए हैं। बरामद की गई आभूषणों की कीमत लाखों में हैं।
प्रभारी संदीप चहल का कहना हैं कि सेक्टर -31 थाने में बीते 29 अगस्त 2018 को एक मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें भारतीय दंड सहिंता की धारा 408 को दर्शाया गया था। शिकायकर्ता ने दर्ज मुकदमे कहा था कि उसकी दिल्ली के कनॉट प्लेस में हीरे के आभूषणों की दूकान हैं। उसके यहां एक सुरक्षा गार्ड था जिसका नाम रंजीत निवासी सहेज पुर ,बोगा मैमको ,प्रेमनगर ,अनिल वकील वाली गली,जिला अहमदाबाद,गुजरात हाल बी -82 ,गली नंबर -3, बैरी बाग़,गांव आली ,दिल्ली हैं। उनका कहना हैं कि शिकायतकर्ता ने आरोपी रंजीत को 6 -7 दिन पहले सेक्टर-28 के एक कोठी में कुछ हीरे के आभूषणों को लेकर भेजा था। उससे कहा था कि उन्हें जो आभूषण पसंद आ जाए तो वह आभूषण उन्हें देकर उनके पैसा ले लेना। बाकी आभूषणों को लेकर अपनी दुकान पर लौट आना। वह पिछले कई सालों से इसी तरह से काम करता आ रहा था पर सेक्टर -28 वाले ग्राहक से बेचे गए हीरे के आभूषण के बदले मिले 80000 रूपए नगद व बचे हुए हीरे के आभूषणों को लेकर फरार हो गया। उनका कहना हैं कि इस केस की इसके आगे की कार्रवाई की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच बॉर्डर को आल्हा अधिकारी द्वारा सौपी गई थी। इसके लिए उन्होनें एक टीम गठित की ,जब उनकी टीम ने मामले की जांच शुरू की और गांव आली ,दिल्ली उसके निवास पर परिजनों से पूछताछ की तो पता चला कि रंजीत अपने घर 5-6 दिनों से वापिस नहीं आया हैं। इसके बाद और भी छानबीन की तो मालूम हुआ की आली गांव ,दिल्ली में कहीं रंजीत छीपा हुआ हैं और उसे अपना जाल बिछा कर पकड़ लिया। उनका कहना हैं कि आरोपी रंजीत के कब्जे से 45000 रूपए नगद,5 हीरे की अंगूठी ,एक हीरे का कड़ा, 2 हीरे की झुमकी आदि सामान बरामद किए गए हैं। जबकि 80000 रूपए में से 35000 रूपए आरोपी रंजीत ने खर्च कर दिए थे।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments