अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: हरियाणा सरकार ने चार कौशल विकास केंद्र खोलने को हरी झंडी दे दी है। बजट में की गई घोषणा के मुताबिक इनके लिए 14 करोड़ 91 लाख रुपए स्वीकृत कर दिए गए हैं। यह कौशल विकास केंद्र एचएसआईआईडीसी और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय मिल कर चलाएंगे। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने इसे कौशल विकास की दिशा में बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने बजटीय भाषण में इन चार कौशल विकास केंद्रों की घोषणा की थी। इनमें से एक केंद्र दुधौला स्थिति श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय परिसर में खुलेगा, जबकि दूसरा केंद्र फरीदाबाद इंडस्ट्रियल एसोसिएशन परिसर में खोला जाएगा। एक-एक कौशल विकास केंद्र आईई कुंडली और आईएमटी फरीदाबाद में स्थापित किया जाएगा।
यह सभी केंद्र श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय से संबद्ध होंगे।कुलपति राज नेहरू ने कहा कि कौशल विकास विकास के क्षेत्र में यह हरियाणा सरकार की बड़ी पहल है। इन कौशल विकास केंद्रों के माध्यम से युवाओं को इंडस्ट्री की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किया जाएगा। यह कोर्स पूरी तरह से रोजगारपरक होंगे। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्व विद्यालय इन कौशल विकास केंद्रों के लिए कोर्स और पाठ्यक्रम का पूरा प्रारूप तैयार करेगा। इसके लिए चारों क्षेत्रों में अध्ययन किया जाएगा, ताकि सटीक आकलन किया जा सके कि इंडस्ट्री को किन जॉब रोल में कुशल मानवीय संसाधनों की आवश्यकता है। इसके लिए इंडस्ट्री के साथ तालमेल करके उनका परामर्श भी लिया जाएगा। कुलपति राज नेहरू ने बताया कि इन कौशल विकास केंद्रों में तीन महीने, छह महीने और एक वर्ष तक के शॉर्ट टर्म डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स करवाए जाएंगे।
एचएसआईआईडीसी के साथ समन्वय बना कर शीघ्र ही इन चारों कौशल विकास केंद्रों की स्थापना की जाएगी। इसी साल यह कोर्स शुरू हो जाएंगे। कुलपति राज नेहरू ने बताया कि हरियाणा सरकार ने इन चारों केंद्रों को औद्योगिक क्षेत्रों की भौगोलिकता के हिसाब से बनाने का फैसला लिया है। एक केंद्र फरीदाबाद जिले में होगा और एक केंद्र गुरुग्राम में। इसी तरह से एक केंद्र पलवल और एक सोनीपत जिले में खुलेगा। दिल्ली के चारों ओर पड़ने वाले यह चार जिले इससे कवर होंगे। इन्हीं क्षेत्रों में अधिक औधोगिक इकाइयां हैं। कुशल मानवीय संसाधनों की आवश्यकता भी इन्ही इलाकों में ज्यादा हैं। उद्योग को कुशल मानवीय संसाधन उपलब्ध करवाने और युवाओं को रोजगार से जोड़ने की दिशा में यह कौशल विकास केंद्र महत्वाकांक्षी परियोजना साबित होंगे। कुलपति राज नेहरू ने कहा कि यह वोकल फॉर लोकल का व्यवहारिक नमूना होगा। इससे न केवल क्षेत्रों में रोजगार बढ़ेगा बल्कि यह हरियाणा को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा।
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