अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: आज हरियाणा कर्मचारी महासंघ से संबंधित हरियाणा राज्य बिजली बोर्ड वर्कर्स यूनियन ने देश मे करोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राष्ट्रव्यापी हड़ताल का नैतिक समर्थन किया.इस मौके पर प्रदेश के महासचिव सुनील खटाना ने कहा कि बिजली एक आवश्यक और जरूरतमंद सेवा है। इसके बाधित होने से स्वास्थ सेवाओं पर प्रतिकूल असर पड़ना स्वाभाविक है। जिसके चलते प्रदेश के अनेक नागरिकों को जान का जोखिम उठाना पड़ सकता है। इसलिए एचएसईबी वर्कर यूनियन की केंद्रीय कार्यकारिणी ने फैसला लिया कि किसी भी प्रदेश वासी की जान को जोखिम में डालने की बजाय संवेदनशील रवैया रखा और राष्ट्रव्यापी 26 नवम्बर 2020 की हड़ताल को अपना नैतिक समर्थन दिया।
जिसके तहत प्रदेश की बिजली निगम की सभी सर्कल स्तर के कार्यालय पर 1 घंटे की गेट मीटिंग कर विरोध जताया और सरकार को बताया कि आज यूनियन बिजली महकमे में बढ़ते निजीकरण के खिलाफ बिजली बिल संशोधन 2020 के खिलाफ श्रम कानूनों में हो रहे बदलाव के खिलाफ ठेकेदारी प्रथा के खिलाफ रोष व्यक्त किया व सरकार से मुख्य रूप से पुरानी पेंशन बहाली, रिस्क अलाउंस, स्थाई भर्ती, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, समान काम समान वेतन की मांग के लिए विरोध प्रदर्शन किया गया व निकट भविष्य में सरकार को यह भी चेताया कि अगर सरकार ने कर्मचारियों की मांगों पर तुरंत प्रभाव से गौर नहीं किया तो आने वाले समय में प्रदेश का एक-एक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल करने से भी पीछे नहीं हटेगा।
आज पूरे देश मे कर्मचारी विरोधी एवं श्रम कानून विरोधी फैसले दिन ब-दिन लिये जा रहे। सरकार दवारा फैसलों के विरुद्ध श्रमिक संगठनों के आव्हान पर बुलाई गई राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में दक्षिण हरियाणा बिजली निगम फरीदाबाद सर्कल सेक्टर-23 पर हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्कर यूनियन के बैनरतले कर्मचारियों ने एकत्र होकर सर्कल सचिव सन्तराम लाम्बा की अगुआई में विरोध प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की व अपना रोष जाहिर करते हुए सरकार के खिलाफ विरोध जताया ।