अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि स्कूलों में विद्यार्थियों के एचबी व अन्य जरूरी टेस्ट करके हेल्थ रिपोर्ट कार्ड बनाए जाएंगे। जिला के लगभग 119000 विद्यार्थियों के हेल्थ कार्ड एनीमिया उन्मूलन अभियान के माध्यम से बनाए जाएँगे। इस अभियान के तहत जिला के सभी 378 सरकारी स्कूलों में लगातार एक माह तक यह कैंप लगाए जाएंगे।डीसी विक्रम सिंह ने आज सोमवार को सराय ख्वाजा स्थित मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल से एनीमिया उन्मूलन अभियान का शुभारंभ किया तथा उपस्थित विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए यह बात कही।उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभागों के अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभागों के अधिकारी आपसी तालमेल बनाकर कैम्पों का बेहतर क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि एनीमिया कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह शरीर की कमजोरी है। जिला फरीदाबाद में एनीमिया उन्मूलन अभियान के दौरान सभी विद्यार्थियों के एचबी व अन्य टेस्ट जरूर किए जाएंगे ।
डीसी ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी और कर्मचारी आपसी तालमेल करके इसका जिला में बेहतर क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें।डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार जिला में एनीमिया उन्मूलन अभियान आज 16 अक्टूबर से शुरू किया गया है। जो आगामी दिसम्बर माह तक चलेगा। उन्होंने कहा कि 10 से 19 वर्ष तक आयु की सभी किशोरियों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी। वहीं स्वास्थ्य जांच के दौरान जिला के सभी स्कूलों, सब सेंटरों, प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर नागरिकों के और सभी स्कूलों में एच.बी. व अन्य जरूरी टेस्ट किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि खासकर महिलाओं में यह देखा गया है कि मासिक धर्म वाली पांच में से एक महिला और सभी गर्भवती महिलाओं में से आधी एनीमिया से ग्रसित हैं। वे अपने लक्षण पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर डा को दिखाएं।एडीसी आनन्द शर्मा ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हेल्थ चेकअप कैम्पों के बाद जरूरतमंद विद्यार्थियों को फ्री में बीके/ नागरिक अस्पताल में इलाज भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला फरीदाबाद में अभियान के दौरान प्रतिदिन 100 स्थानों पर कैंप लगाकर लगभग 10000 हजार विद्यार्थियों को कैम्पों जरिये टेस्टिंग की जाएगी। इसके लिए स्कूलों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। वहीं घर पर जाना पड़ेगा तो आंगनवाड़ी वर्करों का सहयोग लिया जाएगा।एडीसी ने बताया कि एनीमिया एक रक्त विकार है, जिसमें लाल रक्त कोशिकाएं सामान्य स्तर से कम हो जाती हैं या प्रत्येक लाल रक्त कोशिका में हीमोग्लोबिन की मात्रा सामान्य से कम होती है। किसी भी मामले में, शरीर के चारों ओर रक्त प्रवाह में कम मात्रा में ऑक्सीजन ले जाया जाता है। लाल रक्त कोशिकाएं (आरबीसी), हीमोग्लोबिन नामक एक विशेष प्रोटीन का उपयोग करके शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाती हैं। एनीमिया कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह शरीर की खराबी है। एनीमिया एक आम रक्त स्थिति है।एडीसी ने कहा कि जांच के दौरान जिस व्यक्ति का एचबी 7 ग्राम से कम मिलता है, तो उसको जिला के नागरिक अस्पताल में रेफर किया जाएगा और जिसका एच.बी. 7 ग्राम से 11 ग्राम है उसको एक माह की दवाई दी जाएगी। एक माह पश्चात उसका पुन: टेस्ट किया जाएगा और आवश्यकता अनुसार उसका ट्रीटमेंट किया जायेगा।*ये हैं एनीमिया के लक्षण:-*एडीसी आनन्द शर्मा ने बताया कि कमजोरी, आसानी से थक जाना, पीली त्वचा, सांस की तकलीफ, ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन, बार-बार सिरदर्द होना, चिड़चिड़ा व्यवहार, फटी या लाल जीभ, भूख में कमी, खाने की अजीब सी लालसा आदि होने पर तुरंत अपने नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर डा को दिखाना चाहिए।
*एनीमिया अभियान के शुभारंभ अवसर पर ये रहे मौजूद:-
सीएमजीजीए श्रुति शर्मा, डॉक्टर अभिषेक देशवाल, डॉक्टर तेजस, पीओआईसीडीएस डाक्टर मंजू श्योराण, एनीमिया की नोडल अधिकारी डॉक्टर रचना मिश्रा, जिला नोडल अधिकारी स्कूल हैल्थ डाक्टर सीमा बागंङ, डाक्टर ज्योति, खण्ड शिक्षा अधिकारी मनोज मित्तल, स्कूल प्रिंसिपल रविन्द्र मनचंदा सहित अन्य अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
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