अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:आज फरीदाबाद के सेक्टर-12 स्थित हुडा कन्वेंशन हॉल में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक सम्पन्न हुई ,जिसकी अध्यक्षता उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने की। बैठक में सभी विधान सभा क्षेत्रों के विधायक एवं सभी विभागों के आल्हा अधिकारीगण उपस्थित थे। इस बैठक में ग्रीन फील्ड रेसीडेंट्स वेल्फेयर सोसाइटी द्वारा गुरुकुल रेल ओवर ब्रिज का मुद्दा जो कि वर्ष – 2011 से लंबित था। आरडब्ल्यूए के प्रधान वीरेंद्र सिंह भड़ाना द्वारा जोर शोर के साथ विस्तार पूर्वक उठाया गया। उनके साथ जनरल महासचिव वी के टंडन, श्रीमती पारुल बावा एवं सागर चौहान भी थे।
इन्होंने भी कमेटी के समक्ष कॉलोनी के निवासियों की परेशानियों को रखा। इस संबंध में पहले भी इस मुद्दे को एसोसिएशन ने सभी मंचों पर लिखित रूप में कई बार, वर्षों तक उठाती रही है। उनका कहना हैं कि फरीदाबाद के सांसद एंव केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, दुष्यंत चौटाला, उप- मुख्यमंत्री एवं संबंधित अधिकारियों को भी बीते लगभग 3 वर्षों में कई आवेदन भेजे गए थे।
भड़ाना ने ग्रीन फील्ड कॉलोनी की मुख्य समस्या रेल अंडरपास में बरसाती या सीवर का गंदा- पानी भरने के कारण आना- जाना संभव नहीं हो पाता है, के बारे में बताया। यद्धपि वर्ष – 2016 में जब यह समस्या मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के समक्ष रखी गई तो उन्होंने तुरंत हुडा प्रशासक , फरीदाबाद को आदेश दिए जिसके बाद एक सम्प वेल बनाकर मोटर पंप द्वारा पानी की निकासी का प्रावधान करवाया गया था। परंतु यह एक स्थायी समाधान नहीं है।
इससे जो बरसाती पानी कई-कई दिनों तक भरा रहता था, जिससे आवागमन रुक जाता था। अब कुछ घण्टों में पानी निकलने के कारण थोड़ा आवागमन जल्दी शुरू हो जाता है। अतः एक दूसरे रास्ते के तौर पर गुरुकुल पुल समस्या का अन्य समाधान बन सकता है। सुझाव दिया गया हैं कि इसके बनने से इस क्षेत्र की जनता के लिए सूविधा हो जाएगी, और उनको बड़खल पुल रास्ते होते हुए लगभग 16 किलोमीटर का चक्कर लगाकर नहीं आना पड़ेगा। यह भी संज्ञान में लाया गया कि कॉलोनी के निवासियों के अतिरिक्त आसपास के सेक्टरों के लोग भी इस मार्ग का प्रयोग करते हैं। अधिकारियों ने बताया कि गुरुकुल इंद्रप्रस्थ प्रबंध समिति और आर्य प्रितिनिधि सभा के बीच ली जाने वाली 14 कनाल13 मरले ज़मीन के एवज़ में मिलने वाले पैसे/ अनुदान के बटवारे के लिए फैसला नहीं हो पा रहा है अतः ज़मीन न मिलने के कारण प्रोजेक्ट मैं रुकावट पैदा हो रही है और यह प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ रहा है। अध्यक्ष ने तुरंत इसका समाधान निकाल दिया। उन्होंने कहा कि ली जाने वाली ज़मीन का पैसा सरकारी मूल्यों के अनुसार मूल्यांकन के उपरांत ट्रेज़री (ख़ज़ाने) में जमा कर दिया जाए । जब दोनों पार्टियों में आपस में फैसला हो जाए , फिर उसके अनुसार उनको दे दिया जाए। यह कार्य समयबद्ध रूप में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह इसकी समीक्षा समय- समय पर करेंगे, क्योंकि यह मामला उनके मंत्रालय से संबंधित भी है।
इसके अतिरिक्त नगर निगम को भी आदेश दिया गया कि वह रेलवे अंडरपास में बरसाती एवं सीवर के पानी रुकने की समस्या का स्थायी समाधान करें, जिससे इस क्षेत्र की जनता को परेशानी न हो। उसके लिए कमिश्नर नगर निगम ने आश्वासन दिया कि उनका विभाग इस पर कार्रवाई करेगा। एक और सुझाव दिया गया, जिसके लिए केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने भी आश्वासन दिया हुआ है और संबंधित अधिकारियों से बैठक भी की थी कि बुढ़िया नाले के ऊपर पुल बनाकर इस कॉलोनी को सेक्टर- 46 के पास बने रेलवे अंडरपास से जोड़ दिया जाए । इससे ग्रीनफील्ड के निवासियों को भी इस अंडरपास का लाभ मिलेगा और कुछ सुविधा हो जाएगी । इस पर भी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया।
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